बता दें विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी है, जिसमें किसान उनके खिलाफ शिकायतें कर रहे हैं। किसान स्थानीय आबादी के मुद्दों के व्यापक समाधान के साथ-साथ बढ़े हुए मुआवजे, स्थानीय रोजगार के अवसरों और 10% भूखंडों के आवंटन की मांग कर रहे हैं। विशेष रूप से, स्थानीय नेताओं और जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत नहीं की है, जिससे उनका गुस्सा बढ़ रहा है। जिसके बाद अब किसानों ने मांगें पूरी नहीं किए जाने के विरोध में सोमवार को सेक्टर 15ए स्थित सांसद महेश शर्मा का घर घेरने पहुंच गए। बड़ी संख्या में किसान यहां सड़क पर ही बैठ गए, जिससे दिल्ली से नोएडा जाने वाला रास्ता प्रभावित हो गया। सांसद ने की किसानों से बातचीत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किसानों का विरोध-प्रदर्शन देख सांसद महेश शर्मा अपने घर से बाहर आए। उन्होंने किसानों से बातचीत की और कहा एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को पर्याप्त समय देने के बावजूद उनकी मांगों की केवल सतही स्वीकृति हुई है। फिलहाल तो किसान अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने की तैयारी करने में जुटे है। भारी संख्या में महिलाएं सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो किसान निकट भविष्य में दिल्ली की ओर मार्च करने की चेतावनी दे रहे है।