NIA के अधिकारियों के अनुसार, एयरपोर्ट पर एक विशेष वीआईपी टर्मिनल बनाया जा रहा है, जिसमें सेरेमोनियल लाउंज की सुविधा होगी। यह सुविधा गणमान्य व्यक्तियों और वीआईपी मेहमानों के आगमन और प्रस्थान को सुगम बनाएगी। यह टर्मिनल एयरपोर्ट के पश्चिमी भाग में स्थित होगा, जिससे उड़ानों तक सीधा पहुंचना आसान रहेगा। एयरपोर्ट की शुरुआत घरेलू उड़ानों से होगी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर के निर्माण में जुटा है, जबकि यात्री टर्मिनल का कार्य भी प्रगति पर है। अगले महत्वपूर्ण चरण के रूप में मई में एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कंसेशनर कंपनी YIAPL ने बयान जारी कर कहा कि एयरपोर्ट की शुरुआत घरेलू उड़ानों से होगी, जबकि अंतरराष्ट्रीय सेवाएं बाद में जोड़ी जाएंगी। राज्य और केंद्र सरकार के साथ व्यावसायिक संचालन को लेकर चर्चा चल रही है। अभी पूरी नहीं हुई तैयारियां
एयरोड्रम लाइसेंस और टर्मिनल निर्माण कार्य अधूरे होने के कारण टिकटिंग सेवाएं, एयरलाइन शेड्यूलिंग और यात्री प्रबंधन जैसी व्यवस्थाएं अब तक शुरू नहीं हो पाई हैं। इन चुनौतियों के चलते मई में व्यावसायिक उड़ान संचालन शुरू होना मुश्किल लग रहा है। उड़ानों की संख्या और सेवाएं
पहले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) ने घोषणा की थी कि एयरपोर्ट की शुरुआत लगभग 30 उड़ानों से होगी, जिनमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो उड़ानें शामिल हैं। हालांकि, मौजूदा स्थिति को देखते हुए शुरुआत में केवल घरेलू उड़ानें संचालित की जाएंगी। राज्य सरकार द्वारा कंसेशन समझौते में देरी के लिए प्रति दिन 10 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन अभी तक YIAPL पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई समीक्षा बैठक में उड़ानों के शेड्यूल और सेवाओं को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाना था, लेकिन इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर यात्रियों और निवेशकों की नजरें टिकी हैं, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए एयरपोर्ट के पूरी तरह चालू होने में अभी कुछ और समय लग सकता है।