Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, नोएडा में इंटरनेशनल फिल्म सिटी का शिलान्यास आगामी जून 2025 में किया जाएगा। इस खास अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह फिल्म सिटी यमुनापार औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सेक्टर 21 में स्थापित की जाएगी, जिसका उद्देश्य प्रदेश को फिल्म निर्माण, मीडिया और मनोरंजन का एक प्रमुख केंद्र बनाना है।
फिल्म सिटी का निर्माण चार चरणों में होगा, जिसमें पहला चरण करीब 230 एकड़ भूमि पर फैला होगा और इसमें लगभग 1,510 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस चरण में फिल्म स्टूडियो, पोस्ट-प्रोडक्शन यूनिट, फिल्म प्रशिक्षण संस्थान और वाणिज्यिक केंद्र जैसे कई आधुनिक और आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस परियोजना से प्रदेश में लगभग 5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
बॉलीवुड के प्रसिद्ध निर्माता बोनी कपूर की कंपनी ‘बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी’ ने इस परियोजना का विस्तृत लेआउट योजना तैयार कर अधिकारियों को सौंप दी है। अब यमुनापार औद्योगिक विकास प्राधिकरण इस योजना की समीक्षा करेगा और आवश्यक सरकारी अनुमतियां जारी करेगा। सभी अनुमति प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद निर्माण कार्य की शुरुआत होगी।
इस फिल्म सिटी में एक भव्य कन्वेंशन सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें बड़े पैमाने पर फिल्म महोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। इसके अलावा, भारतीय सिनेमा पर आधारित एक संग्रहालय भी होगा, जो फिल्म इतिहास को संरक्षित करेगा और यहां आने वाले दर्शकों को समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा। कलाकारों के रहने के लिए आवासीय सुविधाएं भी फिल्म सिटी का हिस्सा होंगी, जिससे कलाकारों को आरामदायक और सुविधाजनक स्थान मिल सकेगा।
फिल्म सिटी के भीतर छोटे स्टूडियो, जलमग्न शूटिंग स्टूडियो और विभिन्न भारतीय वास्तुकला शैलियों पर आधारित यूनिट्स बनाए जाएंगे, जो यहां आने वाले फिल्मकारों और कलाकारों को विविधता और आधुनिकता का संगम प्रदान करेंगे। यह परियोजना न केवल उत्तर प्रदेश के फिल्म उद्योग को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य की आर्थिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इस तरह, नोएडा में बनने वाली इंटरनेशनल फिल्म सिटी न केवल भारत के फिल्म निर्माण के नक्शे पर उत्तर प्रदेश को एक नया मुकाम देगी, बल्कि यह देश के मनोरंजन उद्योग के लिए भी एक बड़ा आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र साबित होगी।