Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
नोएडा में बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक का 11.56 किमी का मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को प्रदेश कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र को भेज दिया गया है। अगले कुछ महीनों में केंद्र से मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। ये रूट पांच साल में बनकर तैयार होगा। रोजाना करीब 1 से 1.25 लाख लोग इस लिंक लाइन का प्रयोग करेंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस रूट के संचालन के साथ बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन नोएडा, ग्रेटर नोएडा मेट्रो का सबसे बड़ा इंटर चेंज होगा। यहां से दिल्ली के द्वारका से नोएडा के सेक्टर-62 तक चलने वाली ब्लू लाइन और बॉटेनिकल गार्डन से जनकपुरी तक जाने वाली मैजेंटा लाइन है। नया लिंक बनने से मैजेंटा और ब्लू लाइन के यात्रियों को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे के सेक्टर, आफिस या ग्रेटर नोएडा जाने में फायदा मिलेगा।
नई लिंक लाइन की डीपीआर के मुताबिक एक नया प्लेटफार्म या सेक्शन बनाया जाएगा, जो बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो को कनेक्ट करेगा। ये लाइन एक्वा लाइन होगी। इसलिए इसका ट्रैक भी डीएमआरसी के ट्रैक से अलग होगा। संभवतः बॉटेनिकल गार्डन में इस सेक्शन को बनाया जाए और एंट्री और एग्जिट पाइंट बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से ही दिया जाए। क्योंकि इस नए लिंक के लिए अलग से टोकन काउंटर बनाए जाएंगे।
मेट्रो कॉरिडोर पर आठ स्टेशन होंगे इस मेट्रो कॉरिडोर पर बॉटेनिकल गार्डन, नोएडा सेक्टर-44, नोएडा ऑफिस, नोएडा सेक्टर-97, नोएडा सेक्टर-105, नोएडा सेक्टर-108, नोएडा सेक्टर-93, और पंचशील बालक इंटर कॉलेज स्टेशन बनाए जाएंगे। कॉरिडोर का आखिरी स्टेशन सेक्टर-142 होगा जो कि पहले ही बनकर तैयार है।
वर्तमान में नोएडा और ग्रेटर नोएडा आपस में एक्वा लाइन से कनेक्ट है। ये लाइन सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा डिपो तक है। ये पूरा ट्रैक 29 किमी का है। ये डीएम आरसी के सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के ब्लू लाइन को जोड़ता है। मुसाफिर को इस इंटर चेंज के लिए करीब 300 मीटर पैदल चलना पड़ता है। नए लिंक बनने से ऐसा नहीं होगा। वहीं डीएमआरसी की नोएडा में दो लाइन है। पहला ब्लू जो दिल्ली के द्वारका से नोएडा के सेक्टर-62 और मैजेंटा लाइन नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन से जनकपुरी तक बनी है ।