Report By : ICN Network
नोएडा प्राधिकरण ने इस बार मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए सख्त रणनीति अपनाई है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे शहर में चल रही तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में सिविल, जल-सीवर, जनस्वास्थ्य और विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया और अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी।
प्रमुख जलभराव वाले इलाकों की पहचान कर वहां विशेष उपाय किए जा रहे हैं। सदरपुर तालाब के पास कच्ची सड़क पर जलभराव रोकने के लिए सीसी रोड निर्माण का टेंडर जारी कर दिया गया है। सेक्टर-32 स्थित लॉजिक्स मॉल के पास सर्विस रोड की नाली की सफाई कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है।
सेक्टर-62 के मॉडल टाउन अंडरपास में जलनिकासी को बेहतर करने का काम चल रहा है। बिशनपुरा के सामने सेक्टर-57/58 की नाली की करीब 80 प्रतिशत सफाई पूरी हो चुकी है। सेक्टर-87 के बी-200 से 205 तक और केंट आरओ रोड पर भी जलनिकासी की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे जलभराव की समस्या से निपटने के लिए निर्माणाधीन रैंप हटाया गया है, जबकि स्थायी समाधान राज्य सेतु निगम द्वारा सड़क और नाली निर्माण पूरा करने के बाद किया जाएगा। इसी तरह, सेक्टर-62 के अस्पताल और खोडा कॉलोनी के बीच बने कलवर्ट का निरीक्षण कर समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीईओ ने साफ निर्देश दिया कि शहर के संवेदनशील इलाकों में समुचित जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जरूरत पड़ने पर मोटर पंप, जनरेटर और डीजी सेट जैसी व्यवस्थाएं भी तत्काल सक्रिय रहें। उन्होंने कहा कि मानसून से पहले सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए जाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।