• Mon. Aug 18th, 2025

‘ये कैसा “राम राज” जिसमें जाएगी मरीजों की जान…’ अस्पतालों की छुट्टी पर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरा !

ByIcndesk

Jan 21, 2024
Report By : Himanshu Garg (ICN Network)

‘नैना भीगे भीगे जाये कैसी खुशी ये छुपाये राम आयेंगे…’ सम्पूर्ण देश में बस यही चल रहा है। राम भक्त राम की आस्था में डूबे हुए हैं। भगवान राम के प्रति लोगों की आस्था देख केंद्र सरकार के जरिए संचालित होने वाले 4 अस्पतालों ने फैसला किया है कि वे 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहने वाले हैं। इन अस्पतालों में एम्स दिल्ली, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया और लेडी हार्डिंग अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं दोपहर 2.30 बजे के बाद शुरू होंगी। अस्पतालों के बंद होने का फरमान जारी होती ही विपक्षी दलों के नेताओं ने अस्पतालों की सर्विस बंद करने को लेकर सवाल उठाने शुरु कर दिए। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि इससे मरीजों को परेशानी होगी।

एम्स ने जारी किया नोटिस
बता दें कि देर शाम एम्स दिल्ली की तरफ से जारी किए गए ऑफिशियल नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल के सभी कर्मचारियों को बताया जाता है कि 22 जनवरी को संस्थान दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहेगा। राम मनोहर लोहिया अस्पताल की तरफ से भी ऐसा ही नोटिस जारी हुआ है, जिसमें रूटीन सर्विस और लैब सर्विस के बंद होने की जानकारी दी गई है। वहीं सफदरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग में भी इसी तरह का नोटिस जारी हुआ है। हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी सर्विस जारी रहने वाली है।

सांसद प्रियंका ने कसा तंज

नोटिस के वायरल होती ही शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने तंज कसते हुए कहा कि, ‘हैलो इंसानों. 22 तारीख को किसी मेडिकल इमरजेंसी के हालात में जाएं और अगर आपको इमरजेंसी है तो इसे दोपहर 2 बजे के बाद शेड्यूल करें, क्योंकि एम्स दिल्ली मर्यादा पुरुषोत्तम राम के स्वागत के लिए समय निकाल रहा है।’ मुझे हैरानी है कि भगवान राम इस बात से सहमत होते कि उनके स्वागत के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा आए. हे राम, हे राम!’

वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने दावा किया है कि लोग अप्वाइंटमेंट के इंतजार के लिए एम्स के गेट पर बाहर ठंड में सो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एम्स सोमवार को दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहेगा। लोग दिल्ली एम्स के बाहर गेट पर सो रहे हैं, ताकि उन्हें जल्दी अप्वाइंटमेंट मिल जाए। गरीब और मरने वाले लोग इंतजार कर सकते हैं क्योंकि कैमरे और पीआर के लिए मोदी की हताशा को प्राथमिकता दी गई है।’

By Icndesk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *