Report By : Ranu Anwar Raza Banda (UP)
उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड कई दशकों से पानी की किल्लत से जूझ रहा है भले ही सरकार कितनी भी व्यवस्थाएं करवा ले लेकिन यहां पानी की समस्या जस की तस बनी रहती है। जी हां हम बात कर रहे हैं बांदा जनपद के गांवों की जहां आज भी पानी की विकराल समस्या बनी हुई है। गांव में तलब हैं,हैंडपंप है,नदी है ट्यूब बेल भी लगे हैं साथ ही सरकारी पानी की टंकी तक बनाई गई है लेकिन इतनी सुविधाएं होने के बाकीद भी यहां के लिए पीने के पानी के लिए कई दिनों तक इंतजार करते हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कौन सा गांव है जिसमे इतनी सुविधाएं होने के बाद भी पानी की किल्लत बनी हुई है।तो आइए ले चलते हैं आपको बांदा जनपद के उस गांव में और यहां के हालात देखते हुए लोगों से जानने का प्रयास करेंगे की किस तरह की समयों से जूझ रहे हैं यहां के लोग।
बांदा जनपद से महज 8 किलो मीटर दूर बसे बड़ोखर ब्लाक के अछरौंड गांव की जहां पानी की समस्या हमेशा से बनी हुई है। जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया है कि यहां पर सारी सुविधाएं होने के बाद भी यहां के लोग परेशान हैं। यहां के लोग अपने घरेलू उपयोग के लिए गांव के तलब के पानी का उपयोग करते हैं,जैसे नहाने ,बर्तन धोने,कपड़े धोने,जानवरों को नहलाने आदि में उस तलब का प्रयोग किया जाता है। तलब का पानी ऐसा की देख कर आप एक बार यह जरूर सोचेंगे कि इस पानी के उपयोग से अच्छा इसका उपयोग हो ना करें। लेकिन कहते हैं न कि मजबूरी हर परिस्थिति में कार्य करना शिखा ही देती है। यहां के लोग अपने उपयोग के लिए नदी का भी लाते हैं और उसका भी इस्तमाल करते हैं । यहां के लोग दूषित पानी का उपयोग करने से अधिकतर बीमारी से ग्राहित रहते हैं। प्रधानमंत्री की हर घर नल योजना के तहत भी यहां पर घरों में नल लग गए हैं उसके बाद भी यहां के लोगों को साफ और स्वच्छ पानी के लिए हफ्तों इंतजार करना पड़ता है। गांव वालों का कहना है कि हम लोगों के द्वारा कई बार गांव का गंदा पानी ले जाकर अधिकारियों से शिकायत भी की गई लेकिंदिर भी हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ।