इस दौरान पीएम मोदी ने AI से जुड़ा एक किस्सा को शेयर करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले काशी में एक एक्सपेरिमेंट हुआ था, जिसे मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओं को जरूर बताना चाहता हूं। आप जानते हैं कि काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग तमिलनाडु से काशी पहुंचे थे। वहां मैंने उन लोगों से संवाद के लिए एआई टूल स्पीकर का सार्वजनिक रूप से पहली बार इस्तेमाल किया। मैं मंच से हिंदी में संबोधन कर रहा था लेकिन AI Tool स्पीकर की वजह से वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों को मेरा वही संबोधन उसी समय तमिल भाषा में सुनाई दे रहा था। काशी-तमिल संगमम में आए लोग इस प्रयोग से बहुत उत्साहित दिखे। AI से आएगा बड़ा परिवर्तन
PM मोदी ने आगे बताया कि वो दिन दूर नहीं जब किसी एक भाषा में संबोधन हुआ करेगा और जनता Real Time में उसी भाषण को अपनी भाषा में सुना करेगी। ऐसा ही फिल्मों के साथ भी होगा जब जनता सिनेमा हॉल में AI की मदद से रियल टाइम ट्रांसलेशन सुना करेगी। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब ये टेक्नोलॉजी हमारे स्कूलों, हमारे अस्पतालों, हमारी अदालतों में व्यापक रूप से इस्तेमाल होने लगेगी, तो कितना बड़ा परिवर्तन आएगा। मैं आज की युवा-पीढ़ी से आग्रह करूंगा कि रियल टाइम ट्रांसलेशन से जुड़े AI Tools को और एक्सप्लोर करें, उन्हें 100% फुल प्रूफ बनाएं।