योजना के तहत मिलने वाले लाभ
- पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को सरकार 15,000 रुपये की वित्तीय मदद देगी।
- फ्रेशर्स को नौकरी देने वाली कंपनियों को प्रत्येक कर्मचारी के लिए 3,000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- इस योजना का संचालन कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा किया जाएगा।
योजना के प्रमुख फायदे
- पहली नौकरी करने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता।
- नई भर्ती करने वाली कंपनियों को प्रति कर्मचारी 3,000 रुपये तक का प्रोत्साहन।
- इसके लिए 99,446 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- अगामी 2 वर्षों में 3.5 करोड़ नई नौकरियां सृजित करने का लक्ष्य।
योजना के उद्देश्य
- रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना, विशेष रूप से विनिर्माण क्षेत्र में।
- 18-35 वर्ष की आयु के युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करना।
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को समर्थन देना।
- मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देना और उद्योगों में नवीन तकनीकों व कौशलों का समावेश करना।
- सामाजिक सुरक्षा सेवाओं (जैसे पेंशन और बीमा) का विस्तार करना।
किन लोगों पर केंद्रित?
- पहली बार नौकरी शुरू करने वाले युवा।
- छोटे और मझोले उद्योगों (MSMEs) को प्राथमिकता।
- विनिर्माण, सेवा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में नियोक्ताओं को सुगम बनाना।