प्रयागराज महाकुंभ न केवल धार्मिक अनुष्ठानों की शोभा बढ़ाएगा, बल्कि आवासीय योजनाओं की नई शुरुआत का भी साक्षी बनेगा। 13 जनवरी को लखनऊ की बहुप्रतीक्षित नई जेल रोड मोहनलालगंज टाउनशिप का शुभारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर योजना के पहले चरण के तहत 2000 भूखंडों की बिक्री शुरू होगी। उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने इस परियोजना की तैयारियां पूरी कर ली हैं इस टाउनशिप को गोसाईगंज-मोहनलालगंज मार्ग पर 109.36 हेक्टेयर (273.4 एकड़) भूमि पर विकसित किया जा रहा है। यह लैंड पूलिंग नियम के पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके तहत किसानों से भूमि प्राप्त की गई है। परिषद अब तक 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण कर चुका है अपर आवास आयुक्त और सचिव डॉ. नीरज शुक्ल के अनुसार, योजना के पहले चरण में 40 प्रतिशत भूखंड यानी लगभग 2000 भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। पूरी टाउनशिप में 5000 से अधिक भूखंड होंगे, जिनका आकार 80 से 200 वर्ग मीटर के बीच होगा। इन भूखंडों का अनुमानित मूल्य 22,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर है 13 जनवरी से भूखंडों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होगी, और आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। यह परियोजना महाकुंभ के दौरान आवासीय विकास को एक नई दिशा देने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में भी सहायक होगी
मोहनलालगंज टाउनशिप का शुभारंभ महाकुंभ में, घर खरीदने वालों के लिए शानदार मौका
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प्रयागराज महाकुंभ न केवल धार्मिक अनुष्ठानों की शोभा बढ़ाएगा, बल्कि आवासीय योजनाओं की नई शुरुआत का भी साक्षी बनेगा। 13 जनवरी को लखनऊ की बहुप्रतीक्षित नई जेल रोड मोहनलालगंज टाउनशिप का शुभारंभ किया जाएगा। इस अवसर पर योजना के पहले चरण के तहत 2000 भूखंडों की बिक्री शुरू होगी। उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने इस परियोजना की तैयारियां पूरी कर ली हैं इस टाउनशिप को गोसाईगंज-मोहनलालगंज मार्ग पर 109.36 हेक्टेयर (273.4 एकड़) भूमि पर विकसित किया जा रहा है। यह लैंड पूलिंग नियम के पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके तहत किसानों से भूमि प्राप्त की गई है। परिषद अब तक 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण कर चुका है अपर आवास आयुक्त और सचिव डॉ. नीरज शुक्ल के अनुसार, योजना के पहले चरण में 40 प्रतिशत भूखंड यानी लगभग 2000 भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। पूरी टाउनशिप में 5000 से अधिक भूखंड होंगे, जिनका आकार 80 से 200 वर्ग मीटर के बीच होगा। इन भूखंडों का अनुमानित मूल्य 22,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर है 13 जनवरी से भूखंडों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होगी, और आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। यह परियोजना महाकुंभ के दौरान आवासीय विकास को एक नई दिशा देने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में भी सहायक होगी