यमुना प्राधिकरण 2041 के मास्टर प्लान में मल्टीप्ल लैंड स्कीम लेकर आ रही है। अभी इसे केवल इंडस्ट्री के लिए ही लाया जाएगा। इसमें 70% में केवल इंडस्ट्री बनेगी वहीं 30% में कॉमर्शियल ग्रुप हाउसिंग, प्लाट, वर्करों के रहने की जगह, अस्पताल स्कूल, माल, प्लाजा यह सब बनाए जाएंगे।
एक इंटीग्रेटेड इंड्रस्टी का सारा स्टैब्लिशमेंट एक जगह पर ही होगा। यमुना प्राधिकरण एक जापानी सिटी और कोरियन सिटी बसाने की तैयारी कर रहा है। यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 5 A में जापान की एक जापनीज सिटी बसाने की योजना है। यह करीब 1000 एकड़ में बसाई जाएगी। इसको लेकर जेक्टो से भी बातचीत चल रही है।
वहीं, यमुना प्राधिकरण के अधिकारी जापान भी गए थे और इसको लेकर कई कंपनियों से बातचीत भी हुई। यमुना प्राधिकरण मल्टीप्ल लैंड यूज स्कीम में इनको जमीन देगा, जिससे कि बड़े-बड़े क्लस्टर यहां ले जाएं। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि बाहर की बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री की परेशानी यही रही है कि उनके वर्कर दूर-दूर से आते हैं, उनके वर्कर की रहने की जगह नहीं होती।
अगर वह बाहर की कंपनियां है तो उनके कल्चर के लिए कोई जगह नहीं होती है। उनके सेंटर नहीं होते, उनके मतलब का उन्हें खाना नहीं मिलता। उनकी भाषा में कोई स्कूल नहीं होते, उनके अपने अस्पताल भी नहीं होते इन्हीं चीजों को ध्यान में रखकर मल्टीपल लैंड यूज की स्कीम लाई गई है। इससे इंडस्ट्री या जिस देश की इंडस्ट्री जहां पर बसेगी वहां पर उनके हिसाब से ही उस जगह को तैयार किया जाएगा।
अगर जापानी सिटी बसाई जाएगी तो वहां पर जापान की इंडस्ट्री होगी। 70% में इंडस्ट्री बसाई जाएगी। उसके अलावा 30% में उनके वर्करों की रहने की जगह, हॉस्पिटल, मॉल और उनके अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। फिलहाल इसको लेकर यमुना प्राधिकरण तैयारी कर रहा है और जापान की कई कम्पनियों से बातचीत भी कर रहा है। जापान की तरह ही कोरियन सिटी बसाने की भी योजना है जो सेक्टर 4 A में बसाई जाएगी।