कतर के अमीर, शेख तमीम बिन हमद अल-थानी, दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। यह पिछले दस वर्षों में उनका दूसरा भारत दौरा है। उनकी अगवानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं नई दिल्ली के एयरपोर्ट पर उपस्थित थे। इस यात्रा के दौरान, अमीर शेख अल-थानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा भारत और कतर के बीच बढ़ती साझेदारी को और गति प्रदान करेगी। मंगलवार को, राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद, हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी और अमीर शेख अल-थानी के बीच बैठक होगी। इसके पश्चात, सहमति पत्रों का आदान-प्रदान होगा और अमीर राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
भारत और कतर के बीच व्यापारिक संबंधों की बात करें तो, अप्रैल 2000 से सितंबर 2024 के बीच, भारत ने कतर से 1.5 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया है। वित्त वर्ष 2023-24 में, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 14 अरब डॉलर रहा, जबकि 2022-23 में यह 18.77 अरब डॉलर था। इस यात्रा से इन संबंधों में और मजबूती आने की उम्मीद है।
Politics : कतर के अमीर शेख अल-थानी का भारत दौरा: पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर किया स्वागत
कतर के अमीर, शेख तमीम बिन हमद अल-थानी, दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। यह पिछले दस वर्षों में उनका दूसरा भारत दौरा है। उनकी अगवानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं नई दिल्ली के एयरपोर्ट पर उपस्थित थे। इस यात्रा के दौरान, अमीर शेख अल-थानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा भारत और कतर के बीच बढ़ती साझेदारी को और गति प्रदान करेगी। मंगलवार को, राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद, हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी और अमीर शेख अल-थानी के बीच बैठक होगी। इसके पश्चात, सहमति पत्रों का आदान-प्रदान होगा और अमीर राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
भारत और कतर के बीच व्यापारिक संबंधों की बात करें तो, अप्रैल 2000 से सितंबर 2024 के बीच, भारत ने कतर से 1.5 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया है। वित्त वर्ष 2023-24 में, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 14 अरब डॉलर रहा, जबकि 2022-23 में यह 18.77 अरब डॉलर था। इस यात्रा से इन संबंधों में और मजबूती आने की उम्मीद है।

