Report By : ICN Network
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में राज्य में चल रहे औरंगजेब विवाद, नदियों के बढ़ते प्रदूषण और मराठी भाषा की उपेक्षा के मुद्दों पर अपनी गहरी असंतोष व्यक्त की है। उन्होंने इन विषयों पर सरकार और संबंधित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो उनकी पार्टी सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी।
राज ठाकरे ने औरंगजेब से जुड़े विवादों पर बोलते हुए कहा कि इतिहास के विवादास्पद पहलुओं को बार-बार उठाने से समाज में अनावश्यक तनाव पैदा होता है। उन्होंने आग्रह किया कि ऐसे मुद्दों को तूल देने के बजाय, समाज को एकजुट होकर वर्तमान चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
नदी प्रदूषण के विषय में उन्होंने चिंता जताई कि राज्य की प्रमुख नदियाँ तेजी से प्रदूषित हो रही हैं, जिससे पर्यावरण और जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। राज ठाकरे ने सरकार से मांग की कि वह तुरंत ठोस कदम उठाए ताकि नदियों की स्वच्छता और संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
मराठी भाषा की उपेक्षा पर उन्होंने गहरा असंतोष व्यक्त किया और कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा को उचित सम्मान और प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मराठी भाषा और संस्कृति की अनदेखी जारी रही, तो मनसे इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाएगी।
राज ठाकरे ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इन मुद्दों पर समझौता नहीं करेगी और यदि आवश्यक हुआ, तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने सरकार से अपेक्षा की कि वह इन समस्याओं का समाधान शीघ्रता से करे, ताकि राज्य में सामाजिक सद्भाव और पर्यावरण संतुलन बना रहे।