नोएडा| सहर मे कल रामलीलाओ मे विजयदशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया.
सेक्टर 21 नोएडा स्टेडियम स्थित सनातन धर्म रामलीला समिति मे कल अहिरावण वध, तरनी सेन वध, रावण वध तक की लीलाओं का सुंदर और प्रभावशाली मंचन किया गया। मंचन की शुरुआत अहिरावण के आवाहन से हुई, अहिरावण ने राम और लक्ष्मण को रात्रि के अंधेरे में विभीषण का रूप धर कर श्रीराम और लक्ष्मण का हरण कर ले जाता है, हनुमान जी अहिरावण के मंत्री मकरध्वज को बंदी कर अहिरावण का वध कर देते हैं, रावण तरनी सेन को युद्ध के लिए भेजते हैं और वह भी देश के प्रति करतब दिखाता हुआ वीरगति को प्राप्त हो गया, तत्पश्चात रावण खुद युद्ध के लिए उतरा, और प्रभु श्री राम के अग्निबाण द्वारा रावण का वध कर दिया।
इसके बाद रावण, कुंभकारण, मेघनाद का पूतलो का दहन किया गया
सेक्टर 62 स्थित श्री राम मित्र मंडल मे श्रीराम जी के बाणों के वार से रावण के सिर व भुजाएं कट जाती है और रावण पृथ्वी पर गिर जाता है।इस तरह रावण अपने कुल सहित भगवान के परमधाम को जाता है।देवता आकाश से पुष्पों की वर्षा करते हैं। भगवान राम विभीषण का राजतिलक कर सिंहासन पर बैठाते हैं।हनुमान जी सीताजी को राम की विजय के बारे में बताते हैं।इसी के साथ दसवें दिन की लीला का समापन हुआ ऐवम रावण, मेघनाद, कुंभकरण के पूतलो का दहन हुआ
सेक्टर 46 स्थित राम लखन धार्मिक लीला कमेटी मे लीला संयोजक कृष्ण स्वामी ने बताया कि आज की लीला में रावण दरबार में मेघनाथ और कुंभकरण के वध की सूचना अहिरावण द्वारा राम लक्ष्मण का हरण करके पाताल लोक को ले जाना अहिरावण वध एवं प्रभु राम और रावण का युद्ध होना और रावण का वध होना उसके पश्चात पहले मेघनाथ के पुतले का दहन उसके बाद कुंभकरण के पुतले का दहन उसके बाद रावण के पुतले का दहन किया गया