राजकुमारी ढिल्लों ने कहा कि उन्हें कुछ बताए बिना ही उनका टिकट काट दिया गया। उनकी जगह सुरिंदर सेतिया को उम्मीदवार बनाया गया है दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख के बाद उन नेताओं में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं, जिन्हें टिकट नहीं मिला। हरि नगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक राजकुमारी ढिल्लों ने अपनी टिकट कटने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें बिना सूचित किए उनका टिकट काट दिया गया। 15 दिसंबर को उन्हें हरि नगर से पार्टी उम्मीदवार घोषित किया गया था, और उन्होंने उस समय से पार्टी के लिए प्रचार भी शुरू कर दिया था। हालांकि, 15 जनवरी को अचानक उनकी जगह सुरिंदर सेतिया को उम्मीदवार बना दिया गया राजकुमारी ढिल्लों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस निर्णय पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन बिना किसी स्पष्ट कारण के उन्हें बदल दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय को लेकर उन्हें अभी कुछ समय चाहिए था, लेकिन जनता के सुझावों पर वे आगे बढ़ेंगी। बाद में, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। राजकुमारी ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपनी स्थिति को “महिला के अपमान की लड़ाई” के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने लिखा कि उनकी टिकट काटने के फैसले से न केवल उनके साथ, बल्कि हरी नगर विधानसभा की जनता के साथ भी विश्वासघात हुआ है। उन्होंने जनता से समर्थन की अपील करते हुए कहा कि यह उनकी नहीं, बल्कि पूरी हरी नगर विधानसभा की लड़ाई है। अब उनका चुनाव जनता के हाथों में है और वे काम के आधार पर जीत हासिल करने का विश्वास रखती हैं
आम आदमी पार्टी में बगावत, हरि नगर विधायक ने बिना सूचना निर्दलीय पर्चा भरा
राजकुमारी ढिल्लों ने कहा कि उन्हें कुछ बताए बिना ही उनका टिकट काट दिया गया। उनकी जगह सुरिंदर सेतिया को उम्मीदवार बनाया गया है दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख के बाद उन नेताओं में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं, जिन्हें टिकट नहीं मिला। हरि नगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक राजकुमारी ढिल्लों ने अपनी टिकट कटने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें बिना सूचित किए उनका टिकट काट दिया गया। 15 दिसंबर को उन्हें हरि नगर से पार्टी उम्मीदवार घोषित किया गया था, और उन्होंने उस समय से पार्टी के लिए प्रचार भी शुरू कर दिया था। हालांकि, 15 जनवरी को अचानक उनकी जगह सुरिंदर सेतिया को उम्मीदवार बना दिया गया राजकुमारी ढिल्लों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस निर्णय पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन बिना किसी स्पष्ट कारण के उन्हें बदल दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय को लेकर उन्हें अभी कुछ समय चाहिए था, लेकिन जनता के सुझावों पर वे आगे बढ़ेंगी। बाद में, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। राजकुमारी ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपनी स्थिति को “महिला के अपमान की लड़ाई” के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने लिखा कि उनकी टिकट काटने के फैसले से न केवल उनके साथ, बल्कि हरी नगर विधानसभा की जनता के साथ भी विश्वासघात हुआ है। उन्होंने जनता से समर्थन की अपील करते हुए कहा कि यह उनकी नहीं, बल्कि पूरी हरी नगर विधानसभा की लड़ाई है। अब उनका चुनाव जनता के हाथों में है और वे काम के आधार पर जीत हासिल करने का विश्वास रखती हैं