बता दें लालू राबड़ी यादव के आवास के बाहर कई पोस्टर लगे हैं जिनमें एक पोस्टर ऐसा भी लगा है जिसमें मंदिर और शिक्षा की तुलना की गई है। पोस्टर में एक तरफ लालू यादव और राबड़ी देवी की फोटो है तो दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव है। पोस्टर के शीर्ष पर महात्मा बुद्ध, सम्राट अशोक सावित्री बाई फुले तथा अन्य लोगों की तस्वीर भी है। पोस्टर में लिखा है ये…
‘मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का मार्ग। जब मंदिर की घंटी बजती है तो हमें संदेश देती है कि हम अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की ओर बढ़ रहे हैं और जब स्कूल की घंटी बजती है तो हमें यह संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता व प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं। अब तय करना कि आपको किस तरफ जाना चाहिए- सावित्री बाई फुले..’ हैरान कर देने वाली बात ये है कि पोस्टर में सनातन और हिंदू देवी देवताओं पर विवादित बयान देने वाले आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह की तस्वीर भी लगी हुई है। आपको बता दें कि फतेह बहादुर सिंह वहीं विधायक हैं जिन्होंने दाउदनगर में विद्या की देवी मां सरस्वती पर आपत्तिजनक बातें करते हुए कहा था कि पूजा हमेशा चरित्रवान की होनी चाहिए न कि चरित्रहीनों की।