Report By: ICN Network
गुरुवार की रात करीब एक बजे मुज़फ़्फरनगर के शाहपुर कस्बे के मुख्य बाजार में जोरदार धमाके की आवाज़ से हड़कंप मच गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मदन लाल वर्मा, अनिल वर्मा की सर्राफा दुकानों और आरिफ की रेडीमेड कपड़ों की दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। छतें लटक गईं और दीवारें गिर पड़ीं। वहीं, सड़क के दूसरी ओर स्थित पंकज सिंघल की किराने की दुकान का शटर भी क्षतिग्रस्त हो गया। आसपास की अन्य दुकानों में भी दरारें देखी गईं।
धमाके के बाद लोगों ने कयास लगाए कि शायद एसी का कंप्रेसर या गैस सिलेंडर फटा होगा, लेकिन मौके पर किसी सिलेंडर या एसी में ब्लास्ट के कोई साक्ष्य नहीं मिले। प्रारंभिक जांच में किसी विस्फोटक या बारूद के अवशेष नहीं पाए गए हैं।
शुरुआती समय में पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन थोड़ी देर में लौट गई। शुक्रवार सुबह एसपी देहात आदित्य बंसल और सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया, लेकिन लटकी हुई छत के कारण अंदर जांच कर पाना मुश्किल हो रहा था।
उधर, घटना के बाद व्यापारी वर्ग में नाराजगी देखी गई और उन्होंने इस विस्फोट की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। इसके बाद एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर और डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह ने भी घटनास्थल का दौरा किया और विशेषज्ञों की टीम को आवश्यक निर्देश दिए।
फोरेंसिक विशेषज्ञ, एसटीएस, बम निरोधक दस्ता और फायर ब्रिगेड की टीमें 18 घंटे तक मौके पर जांच में जुटी रहीं, लेकिन धमाके का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर को कब्जे में ले लिया है और आस-पास लगे अन्य कैमरों की रिकॉर्डिंग भी खंगाली जा रही है।
गौरतलब है कि मदनलाल की दुकान पिछले दो वर्षों से बंद थी, लेकिन वह नियमित अंतराल पर उसकी सफाई करते थे। इस विस्फोट में तीनों दुकानदारों को लाखों का नुकसान हुआ है। अनिल वर्मा ने इस संबंध में थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और अधिकारी हर एंगल से मामले की पड़ताल कर रहे हैं।