Report By : ICN Network
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में संगठनात्मक बदलाव की तैयारी चल रही है, जिसका उद्देश्य आदित्य ठाकरे की नेतृत्व क्षमता को मजबूत करना है। इस प्रक्रिया में, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की भूमिका पर पुनर्विचार किया जा रहा है, जिससे कुछ नेताओं की स्थिति अस्थिर हो सकती है।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आदित्य ठाकरे के करीबी और युवा नेताओं को शाखा प्रमुख, विभाग प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। इस कदम का उद्देश्य आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनावों में पार्टी की स्थिति को सुदृढ़ करना है, जिसमें आदित्य ठाकरे की प्रमुख भूमिका होगी।
हालांकि, पार्टी के भीतर आंतरिक कलह भी बढ़ रही है। पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने आदित्य ठाकरे पर भाजपा से गठबंधन तोड़ने और कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है, जिससे पार्टी में असंतोष फैल रहा है।
इस संगठनात्मक बदलाव का उद्देश्य पार्टी को आगामी चुनावों के लिए तैयार करना और आदित्य ठाकरे को नेतृत्व में और सशक्त बनाना है। हालांकि, यह कदम पार्टी के भीतर मतभेदों और असंतोष को भी जन्म दे सकता है, जिससे भविष्य में चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।