नोएडा: भारत का इस्पात उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती पाने के लिए मानकों के आधुनिकीकरण, ग्रीन स्टील पहल और जीएसटी ढांचे को सरल बनाने की मांग कर रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को सेक्टर 63 में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एआईआईएफए (सस्टेनेबल स्टील मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) के पदाधिकारियों ने कहा कि द्वितीयक इस्पात क्षेत्र भारत उत्पादन में 47 प्रतिशत योगदान देता है और यह 2030 तक इस्पात क्षमता लक्ष्य में अहम भूमिका निभाएगा। एआईआईएफए अध्यक्ष योगेश मंधानी ने कहा कि ग्रीन स्टील को रणनीतिक अवसर बताते हुए सरकार से कार्बन क्रेडिट लाभ और सस्ती नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराने की अपील की। महासचिव कमल अग्रवाल ने स्क्रैप लेनदेन में जीएसटी अनुपालन को लेकर सुधार की मांग की। इसको लेकर 19-20 सितम्बर को मुंबई में आयोजित होने जा रहे स्टीलैक्स-2025 सम्मेलन में इन मुद्दों पर मंथन होगा।
नोएडा: स्पात उद्योग ने उठाई ग्रीन स्टील और जीएसटी सरलीकरण की मांग

नोएडा: भारत का इस्पात उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती पाने के लिए मानकों के आधुनिकीकरण, ग्रीन स्टील पहल और जीएसटी ढांचे को सरल बनाने की मांग कर रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को सेक्टर 63 में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एआईआईएफए (सस्टेनेबल स्टील मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) के पदाधिकारियों ने कहा कि द्वितीयक इस्पात क्षेत्र भारत उत्पादन में 47 प्रतिशत योगदान देता है और यह 2030 तक इस्पात क्षमता लक्ष्य में अहम भूमिका निभाएगा। एआईआईएफए अध्यक्ष योगेश मंधानी ने कहा कि ग्रीन स्टील को रणनीतिक अवसर बताते हुए सरकार से कार्बन क्रेडिट लाभ और सस्ती नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराने की अपील की। महासचिव कमल अग्रवाल ने स्क्रैप लेनदेन में जीएसटी अनुपालन को लेकर सुधार की मांग की। इसको लेकर 19-20 सितम्बर को मुंबई में आयोजित होने जा रहे स्टीलैक्स-2025 सम्मेलन में इन मुद्दों पर मंथन होगा।