नोएडा सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारियों ने मंगलवार को बकाया वेतन की मांग को लेकर आईआरपी अंतरिम रिजोल्यूशन प्रोफेशनल हितेश गोयल के खिलाफ आफिस कार्यालय में प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का कहना था कि जब तक वेतन नहीं मिलेगा वो काम पर वापस नहीं आऐंगे. सुपरटेक के कर्मचारियों का वेतन पिछले पांच माह से नहीं मिला है जिससे लोगों की हालात काफी खराब हैं. इस बाबत सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारी आईआरपी के खिलाफ एनसीएलएटी में भी गए हैं जहां अगामी 10 फरवरी को वेतन को लेकर सुनवाई होनी है सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारियों आईआरपी हितेश गोयल के खिलाफ आफिस कार्यालय में प्रदर्शन है, इस प्रदर्शन में सुपरटेक के कर्मचारी सुनील कुमार भी शामिल है. सुनील कुमार ने बताया कि उसकी सैलरी महज 19 हजार लेकिन वेतन न मिलने के कारण वह अपने बच्चों का चार माह से फीस नहीं भर पाया है और न ही घर का किराया दे पाया है. हालात यह है कि स्कूल के पीटीएम में उसे बुलाया जा रहा है लेकिन वह जा नहीं रहा है. उसने कहा कि वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है क्योंकि उसे डर है कि उसके बच्चों का नाम स्कूल से कट जाएगा. घर का किराया देने के लिए उसने ब्याज पर पैसे उठाए हैं जो वह कैसे देगा इसका पता नहीं है ऐसे ही हालत 15 साल से काम कर रहे कर रहे विशाल गुप्ता और और जितेंदर कुमार की है, जिनका कहना कि पांच महिने से सैलरी नही मिलने से जमापूंजी खत्म हो गई है. बैंको के लोन भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. जो लोग किराया के घर में रहते हैं वो किराया तक ना दे पा रहे हैं. हालात यह है कि लोग पैसे के अभाव में अपने परिजनों का इलाज तक कराने में भी असमर्थ है सुपरटेक लिमिटेड में वर्तमान में लगभग 300 कर्मचारियों की वेतन सितंबर माह से नहीं मिल रहा है. 25 मार्च 2022 को सुपरटेक लिमिटेड के दिवालिया घोषित होने के बाद कंपनी वेतन भुगतान की जिम्मेदारी कंपनी के दिवालिया हो जाने के बाद से अध्यक्ष और आईआरपी हितेश गोयल की है. हितेश गोयल के आश्वासन दिया गया था कि दिवालिया प्रक्रिया के बाद कर्मचारियों वेतन भुगतान समय पर किया जाएगा। लेकिन आईआरपी की ओर से कर्मचारियों वेतन भुगतान को लेकर कुछ नहीं किया जा रहा है. हालात यह है कि कर्मचारी अगर आईआरपी से बात करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें बाउंसर के द्वारा डराया धमकाया जाता है. उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। वेतन न मिलने के कारण कर्मचारी अपने घर चलाने में असमर्थ हैं, बैंक से लिया गया कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है। वेतन भुगतान न मिलने पर सुपरटेक के कर्मचारी आईआरपी के खिलाफ एनसीएलएटी में भी गए हैं जहां अगामी 10 फरवरी को वेतन को लेकर सुनवाई होनी है
सुपरटेक कर्मचारियों ने पांच महीने की बकाया सैलरी के लिए IRP हितेश गोयल के खिलाफ प्रदर्शन किया

नोएडा सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारियों ने मंगलवार को बकाया वेतन की मांग को लेकर आईआरपी अंतरिम रिजोल्यूशन प्रोफेशनल हितेश गोयल के खिलाफ आफिस कार्यालय में प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का कहना था कि जब तक वेतन नहीं मिलेगा वो काम पर वापस नहीं आऐंगे. सुपरटेक के कर्मचारियों का वेतन पिछले पांच माह से नहीं मिला है जिससे लोगों की हालात काफी खराब हैं. इस बाबत सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारी आईआरपी के खिलाफ एनसीएलएटी में भी गए हैं जहां अगामी 10 फरवरी को वेतन को लेकर सुनवाई होनी है सुपरटेक लिमिटेड के कर्मचारियों आईआरपी हितेश गोयल के खिलाफ आफिस कार्यालय में प्रदर्शन है, इस प्रदर्शन में सुपरटेक के कर्मचारी सुनील कुमार भी शामिल है. सुनील कुमार ने बताया कि उसकी सैलरी महज 19 हजार लेकिन वेतन न मिलने के कारण वह अपने बच्चों का चार माह से फीस नहीं भर पाया है और न ही घर का किराया दे पाया है. हालात यह है कि स्कूल के पीटीएम में उसे बुलाया जा रहा है लेकिन वह जा नहीं रहा है. उसने कहा कि वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है क्योंकि उसे डर है कि उसके बच्चों का नाम स्कूल से कट जाएगा. घर का किराया देने के लिए उसने ब्याज पर पैसे उठाए हैं जो वह कैसे देगा इसका पता नहीं है ऐसे ही हालत 15 साल से काम कर रहे कर रहे विशाल गुप्ता और और जितेंदर कुमार की है, जिनका कहना कि पांच महिने से सैलरी नही मिलने से जमापूंजी खत्म हो गई है. बैंको के लोन भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. जो लोग किराया के घर में रहते हैं वो किराया तक ना दे पा रहे हैं. हालात यह है कि लोग पैसे के अभाव में अपने परिजनों का इलाज तक कराने में भी असमर्थ है सुपरटेक लिमिटेड में वर्तमान में लगभग 300 कर्मचारियों की वेतन सितंबर माह से नहीं मिल रहा है. 25 मार्च 2022 को सुपरटेक लिमिटेड के दिवालिया घोषित होने के बाद कंपनी वेतन भुगतान की जिम्मेदारी कंपनी के दिवालिया हो जाने के बाद से अध्यक्ष और आईआरपी हितेश गोयल की है. हितेश गोयल के आश्वासन दिया गया था कि दिवालिया प्रक्रिया के बाद कर्मचारियों वेतन भुगतान समय पर किया जाएगा। लेकिन आईआरपी की ओर से कर्मचारियों वेतन भुगतान को लेकर कुछ नहीं किया जा रहा है. हालात यह है कि कर्मचारी अगर आईआरपी से बात करने की कोशिश करते हैं तो उन्हें बाउंसर के द्वारा डराया धमकाया जाता है. उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। वेतन न मिलने के कारण कर्मचारी अपने घर चलाने में असमर्थ हैं, बैंक से लिया गया कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है। वेतन भुगतान न मिलने पर सुपरटेक के कर्मचारी आईआरपी के खिलाफ एनसीएलएटी में भी गए हैं जहां अगामी 10 फरवरी को वेतन को लेकर सुनवाई होनी है