नोएडा| श्रीमती राधारानी, जो भगवान श्रीकृष्ण की नित्य प्रेयसी एवं उनकी आह्लादिनी शक्ति हैं, भक्तों को भगवान के प्रेम में प्रवेश दिलाने वाली परम कृपालु शक्ति हैं। उनके चरणों में समर्पण ही भक्ति का परम मार्ग है। इस दिव्य अवसर पर भक्तों ने उनके श्रीचरणों में प्रेम, सेवा और भजन अर्पित कर आध्यात्मिक आनन्द की अनुभूति की।
मन्दिर को रंग बिरंगे सुगन्धित पुष्पों से सजाया गया था, मानो स्वयं वृन्दावन की दिव्यता प्रकट हो रही हो। प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ हुए मुख्य उत्सव में भजन, कीर्तन, पंचगव्य एवं पुष्पों से युगल जोड़ी का अभिषेक और श्रीराधा की दिव्य लीलाओं पर आधारित कथा ने भक्तों को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के अन्त में सभी भक्तों को प्रेमपूर्वक प्रसाद वितरित किया गया। इस पावन आयोजन में लगभग 3000 श्रद्धालुओं ने भाग लिया और श्रीराधा-कृष्ण की भक्ति में डूबकर दिव्य आनन्द की अनुभूति प्राप्त की।
यह उत्सव न केवल एक धार्मिक आयोजन था, बल्कि आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का एक सजीव माध्यम भी बना।