Report By : ICN Network
यूपी में पुलिस कर्मियों का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी SOG बनाया जा रहा है। ये टीम यूपी की पहली महिला SOG होगी। 276 महिला पुलिस कांस्टेबल और दरोगा में से SOG के लिए 91 को चुना गया है। इनमें से केवल स्पेशल-30 को चुना जाएगा। इन्हें हाईटेक हथियारों की ट्रेनिंग दी जाएगी। फिर ये टीम अपराधियों को पकड़ने और बड़ी वारदात का खुलासा करने का काम करेंगी ।
यूपी में अभी तक अभी तक पुलिस विभाग में अधिकांश महिला पुलिसकर्मियों को आपने महिला अपराधी को लाने ले जाने, मेडिकल कराने या फिर लिखा-पढ़ी के काम करते देखा होगा। क्राइम कंट्रोल और बड़ी वारदात के खुलासे में इनकी भूमिका कम रहती है। मगर, अब महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका बदलने जा रही है। महिला एसओजी के लिए तीन महीने का कार्यक्रम बनाया है। इसमें सिर्फ फिजिकल नहीं बल्कि मेंटली भी उनको स्ट्रांग किया जाएगा। ट्रेनिंग प्रोग्राम की एसीपी के मुताबिक अब तक स्पेशल टास्क के लिए या फिर खूंखार अपराधियों को पकड़ने के लिए एसओजी में केवल पुरुष ही लीड करते थे। लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिलेगा कि महिला पुलिसकर्मी भी स्पेशल ऑपरेशन, SOG ऑपरेशन, दबिश और क्राइम के मामले को हल करने में आगे रहेगी ।
91 महिला पुलिस कर्मियों में से 30 को महिला पुलिसकर्मियों को चुना जाएगा। इसका नाम होगा स्पेशल-30। पहले चरण में महिलाओं को बिना वेपन के हालात पर काबू पाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। दो महीने की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। इनको लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिलाया गया है। इसके बाद इन्हें हथियार चलाने जाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी।