यूपी के मिर्ज़ापुर में जिले में केला के खेती की अपार संभावनाएं हैं। सरकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत केला की नर्सरी पर 30,700 रुपये का अनुदान भी दे रही है। सिचाई के संसाधन वाले किसान केला की खेती करके मालामाल हो सकते हैं। एक हेक्टेयर में पांच लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होता हैं।केला की खेती के लिए पानी का समुचित प्रबंधन होना चाहिए।
जैसा कि केला का उत्पादन करने के लिए बोआई से लेकर कटाई तक पूरे चौदह महीने का समय लगता है। एक हेक्टेयर खेती करने पर दो से ढाई लाख रुपये का खर्च आता है। लेकिन चौदह महीने बाद साढ़े सात से आठ लाख रुपये का इनकम होगा। इसमें लागत निकालने पर किसान को पांच लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा।
केला की खेती करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत एक हेक्टेयर पर 30,700 रुपये का अनुदान दे रही है। एक हेक्टेयर में 3,086 पौधे लगाए जाते हैं। केला की एक नर्सरी पर सरकार दस रुपये का छूट देती है। कम पानी में भी केला की खेती की जा सकती है। स्प्रिंकलर से सिचाई करने पर पानी की बचत होती है कम पानी में भी अच्छी पैदावार लिया जा सकता है। स्प्रिंकलर की खरीद पर भी सरकार नब्बे प्रतिशत का अनुदान दे रही है। शासन की इन योजनाओं का किसानों को फायदा उठाना चाहिए।