ग्राम पंचायत सहजाद के सरपंच शहजाद ने बताया कि युवक नावेद की करीब तीन-चार महीने पहले हुई सड़क दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद वह कोमा में चला गया। वह घर पर ही आराम कर रहा था। बीती रात उसके घर के पास से एक बरात का काफिला गुजर रहा था, जिसमें थार सहित कई गाड़ियां शामिल थीं। इस दौरान एक थार गाड़ी से सायरन की तेज आवाज और बरात में बज रहे तेज डीजे साउंड की आवाज नावेद के कानों में पड़ी। इससे वह अचानक तिलमिला उठा, घबरा गया और उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। डीजे और थार के सायरन से बिगड़ी तबीयत
परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि बरात में तेज डीजे साउंड और सायरन की आवाज ने नावेद की हालत को और गंभीर कर दिया, जिससे उसकी जान चली गई। जमकर दी जाती है स्टंटबाजी
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की स्टंटबाजी और हुड़दंग से मरीजों और बुजुर्गों को भारी परेशानी होती है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। जानकारी के मुताबिक नूंह जिले में शादी-ब्याह के मौकों पर थार जैसी महंगी गाड़ियों का चलन काफी बढ़ गया है। बरात में शामिल युवा इन गाड़ियों की छत पर चढ़कर स्टंटबाजी करते हैं, फोटो और रील्स बनाते हैं और तेज सायरन और डीजे साउंड बजाते हैं। इससे न केवल यातायात नियमों का उल्लंघन होता है, बल्कि आसपास के लोगों, खासकर मरीजों और बुजुर्गों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासन से की गई अपील
जागरूक नागरिकों ने कई बार जिला प्रशासन और पुलिस से ऐसे हुड़दंगियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, लेकिन पुलिस की ओर से सिर्फ दावे किए जाते हैं, गंभीर कार्यवाही नहीं होती। मेवात जिले की सड़कों पर थार जैसी गाड़ियों पर युवकों द्वारा स्टंट करना और छत पर चढ़कर फोटो-रील्स बनाना आम बात हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे मामलों पर सख्ती बरतनी चाहिए।