मंगलवार को महिला यमुना प्राधिकरण पहुंची और सीईओ से मिली। महिला ने बताया कि निजी टाउनशिप में निवेश और बढि़या रिटर्न बताकर उसे भूखंड बेचा गया। बाद में पता चला कि ऐसी किसी टाउनशिप की अनुमति वहां नहीं है। यमुना प्राधिकरण ने वहां हुए निर्माण भी तोड़ दिए। अब महिला खुद को ठगा हुआ पा रही है। सीईओ को महिला ने निजी टाउनशिन के ब्रॉशर और खुद का बैनामा भी दिखाया। सीईओ का कहना है कि पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। ऐसे में सभी एसडीएम को एक पत्र भेजा गया है जिसमें बिल्डर्स के खिलाफ कार्रवाई कर एफआईआर कराए जाने के लिए कहा गया है।
प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट के आसपास टाउनशिप में भूखंड बेचने के लिए अवैध रूप से विकास कार्य कराए जा रहे हैं। ऐसे एक दर्जन से अधिक ब्रॉशर और मामले सामने आए हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई कर वहां कराए गए निर्माण भी लगातार यमुना प्राधिकरण तोड़ रहा है