वाराणसी के एक युवा अधिवक्ता दीपक सिंह राजवीर ने एक मुकदमे मे पैरवी से जबरदस्ती रोकने और फर्जी प्रार्थना पत्र देकर दबाव बनाने से आहत होकर सोनभद्र पुलिस मे तैनात इंस्पेक्टर पंकज पांडेय व उनके पत्नी के विरुद्ध कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री को संबोधित लिखा खून से पत्र । दीपक सिंह राजवीर ने बताया कि व एक जमीन संबंधी विवाद मे अपने पक्ष के राजेंद्र राय के पैरवी कर रहे है उनके पक्ष मे न्यायालय का आदेश है, विपक्षी पंकज पांडेय के द्वारा पहले तो मुझे खरीदने का प्रयास किया गया जब मै नही बिका तो मेरे विरुद्ध सुनियोजित तरीके से फर्जी प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की साजिश कर रहे ।
उन्होंने बताया विरुद्ध जनपद ही नही पूरे देश मे एक भी अभियोग नही दर्ज है उसके बाद कूटरचना कर मुझे बहुत बड़ा अपराधी और गुंडा बता रहे, मेरे राजनैतिक धार्मिक मामले को इससे जोड़ रहे । उनके संदर्भ मे एडीजी जोन और एसपी सोनभद्र को मेल और जरिए प्रार्थना पत्र शिकायत किया था परंतु कोई कार्यवाही नही हुई। इस तरह से अधिवक्ताओं को अगर डराया धमकाया जायेगा फर्जी मुकदमा और जान से मरवाने की धमकी दी जाएगी तो किसी भी मजबूत दबंग माफिया गुण्डो के विरुद्ध कोई भी वकील पैरवी करने से डरेगा, इन्ही कारणों से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की सख्त आवश्यकता है। अगर स्थानीय चौकी और लंका पुलिस निष्पक्ष जांच नही करती तो यह अपने मकसद मे कामयाब हो जाते । पिछले माह 9 तारीख को इन्होंने मुझे यह कहते हुए धमकी दिया था की बहुत गुंडा बदमाश पकड़ा हु एक आक तुम्हारे लिए छोड़ भी दूंगा । विपक्षी अपने आपको लाभ पहुंचाने के लिए मेरी हत्या तक करवा सकता है । माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह है ऐसे वर्दीधारी दबंग से बचाने की कृपा करे।