कानपुर चौबेपुर के रुद्रपुर बैल गांव में दो वर्गों में संघर्ष के बाद तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गांव के माहौल को देखते हुए पीएसी, पुलिस फोर्स और पुलिस व प्रशासनिक कैंप कर रहे हैं। रैली के दौरान उत्तेजक नारेबाजी को लेकर दोनों वर्गों में संघर्ष हुआ था। बवाल इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों से 16 लोग घायल हुए। इसके बाद चौबेपुर थाने में दोनों पक्षों से 31 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 14 बवालियों को जेल भेजा गया।
डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि चौबेपुर के रुद्रपुर बैल गांव में तनाव के माहौल को देखते हुए पीएसी, पुलिस फोर्स और एडीसीपी व एसीपी कैंप कर रहे हैं। इलाके में निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही महिला और पुरुष पुलिस अफसरों को गांव में भेजकर युवाओं को मोटीवेट किया जा रहा है। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार और कई महिला दरोगा व इंस्पेक्टर को गांव भेजा गया है। इससे कि दोबारा गांव में तनाव की स्थिति पैदा नहीं हो।
वहीं, दूसरी तरफ घायलों का बेहतर इलाज हैलट में चल रहा है। दोनों पक्षों से 14 बवालियों को अरेस्ट करके जेल भेज दिया गया है। अन्य की पहचान के लिए मौके के वायरल फोटो-वीडियो से शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले एक-एक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के रुद्रपुर बैल गांव में रहने वाला सचिन कुरील गांव के कुछ लोगों के साथ शिवराजपुर एक राजनैतिक पार्टी की रैली में गए थे। वहां से गांव लौटने के दौरान भी सचिन और उनके साथियों ने अंबेडकर प्रतिमा का माल्यार्पण किया और एक जाति विशेष पर अमर्यादित नारेबाजी शुरू कर दी। इससे दूसरे वर्ग के लोग भी आक्रोशित हो उठे और विरोध किया। इसके बाद बात इतना बढ़ गई कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गाली-गलौज करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों में लाठी-डंडे से मारपीट शुरू हो गई। जमकर पथराव हुआ। दोनों वर्गों के संघर्ष में 16 लोग घायल हो गए।