कांवड़ यात्रा के चलते 11 जुलाई से बदला गया दून – दिल्ली राजमार्ग बुधवार रात से फिर से शुरू हो गया। पहले बसें यमुनानगर-करनाल से जा रही थीं लेकिन बाद में रुड़की-मुजफ्फरनगर – मेरठ – गाजियाबाद के रास्ते जाने लगीं। दून-हल्द्वानी और दून-मुरादाबाद मार्ग भी खुल गए हैं जिससे यात्रियों को राहत मिली है
कांवड़ यात्रा के चलते 11 जुलाई से परिवर्तित चल रहे दून-दिल्ली राजमार्ग का यातायात बुधवार रात सुचारू हो गया। हालांकि, शाम सात बजे तक दिल्ली की ओर गई परिवहन निगम की बसों का संचालन वाया यमुनानगर-करनाल मार्ग से किया गया, लेकिन रात इसके बाद संचालित बसों को पूर्व निर्धारित मार्ग रुड़की-मुजफ्फरनगर-मेरठ-गाजियाबाद होकर संचालित किया गया। बसों के साथ निजी वाहनों के लिए भी यह मार्ग सामान्य हो गया है।
परिवहन निगम अधिकारियों को अनुमान था कि बुधवार शाम से मेरठ-दिल्ली मार्ग पर यातायात सुचारू हो जाएगा, लेकिन कांवड़ यात्रियों की भीड़ के कारण ऐसा नहीं हुआ। शिवरात्रि पर जल चढ़ाने का क्रम बुधवार देर शाम तक चलता रहा।ऐसे में रात तक सड़कों पर कांवड़ यात्रियों व डाक कांवड़ के कारण मुजफ्फरनगर व मेरठ मार्ग पर काफी भीड़ रही, ऐसे में पुलिस-प्रशासन ने इस मार्ग पर भारी वाहनों के संचालन की अनुमति नहीं दी। शाम करीब सात बजे भीड़ कम होने पर मेरठ मार्ग यातायात के लिए खोला गया।