ग्रेटर नोएडा शहर में जल्दी ही बहुत बड़ा आयोजन होने वाला है। ग्रेटर नोएडा में होने वाले इस आयोजन में पूरे भारत वर्ष के ही नहीं बल्कि दुनिया भर के हजारों व्यापारी एक ही छत के नीचे एकत्रित होंगे। ग्रेटर नोएडा में होने वाले इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के उद्योगपति, व्यापारियों तथा आम नागरिकों को बड़ा बाजार मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार का अनुमान है कि ग्रेटर नोएडा में होने वाले इस आयोजन में अरबों रुपये का कारोबार किया जाएगा।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा में जल्द ही उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा मेला लगेगा। ग्रेटर नोएडा में स्थापित एक्सपो मार्ट में लगने वाले इस मेले का नाम यूपी इंटरनेशनल ट्रेड-शो (यूपीआईटीएस-2025) होगा। UPITS-2025 ग्रेटर नोएडा शहर में पिछले दो सालों से लग रहे UPITS का तीसरा संस्करण होगा। ग्रेटर नोएडा के इस मेले में भारत के प्रत्येक प्रदेश से व्यापारियों को ग्रेटर नोएडा के लिए आमंत्रित किया गया है। इतना ही नहीं ग्रेटर नोएडा में लगने वाले उत्तर प्रदेश को इस सबसे बड़े मेले में दुनिया के अनेक देशों के व्यापारियों को भी बुलाया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मेले के आयोजन के लिए देश भर में रोड शो आयोजित करने का अभियान चला रखा है। हाल ही में भारत की राजधानी दिल्ली में यूपीआईटीएस-2025 के प्रचार के लिए एक बड़े रोड शो का आयोजन किया गया था। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार देश के अलग-अलग कोनों में यूपीआईटीएस-2025 के लिए रोड शो को आयोजित कर रही है। ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले यूपीआईटीएस-2025 के लिए हैदराबाद में भी रोड शो आयोजित किया जा रहा है।
प्रमुख सेक्टर्स की संभावनाओं को किया जाएगा उजागरइस मेगा रोड शो का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के निर्यात विजन 2025 को देश के सामने स्पष्ट रूप से पेश करना है। इसमें विदेशी राजनयिकों, दूतावास अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय खरीदारों, व्यापार संगठनों, उद्योगपतियों और स्टार्टअप प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। रोड शो में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि राज्य की कारोबारी प्रगति, अधोसंरचनात्मक विकास, निवेश के लिए अनुकूल माहौल और नीति-सहायक वातावरण का समग्र चित्र प्रस्तुत करेंगे। इस आयोजन में खासतौर से उत्तर प्रदेश के प्रमुख सेक्टर्स जैसे एमएसएमई, ओडीओपी, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल, आईटी, एग्रो-बेस्ड इंडस्ट्रीज और फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं को उजागर किया जाएगा। यह रोड शो न केवल निवेशकों और व्यापारिक प्रतिनिधियों के लिए अवसर लेकर आएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के स्थानीय उत्पादों को ग्लोबल प्लेटफॉर्म से जोड़ने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।