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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर खतरा,राज्यसभा में हुई क्रॉस वोटिंग, BJP विधायकों ने राज्यपाल से की मुलाकात

Report By : ICN Network, Himachal Pradesh (TANYA VERMA)
हिमाचल प्रदेश में बहुमत के बावजूद कांग्रेस सरकार खतरे में आ गई है। राज्यसभा चुनाव में 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से CM सुखविंदर सुक्खू की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार में अंदरखाने की हलचल शुरू हो गई । कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा के हक में क्रॉस वोटिंग की है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा विधायक राजभवन में गवर्नर शिव प्रताप शुक्ल से मिले। इस दौरान उन्होंने ज्ञापन भी सौंपा। भाजपा विधायकों ने हाउस में फ्लोर टेस्ट, कट मोशन और फाइनेंशियल बिल पर वोट डिवीजन की मांग की।

विपक्ष की मांग पर गवर्नर ने बहुमत साबित करने को बोला तो यहां सुक्खू सरकार फंस सकती है, क्योंकि कांग्रेस के पास अब बहुमत नजर नहीं आ रहा। राज्यसभा सांसद की वोटिंग के हिसाब से कांग्रेस के पास 34 वोट हैं। इनमें भी स्पीकर और डिप्टी स्पीकर वोटिंग नहीं कर सकते। इस लिहाज से कांग्रेस के पास 32 ही वोट बचते हैं।
इस लिहाज से BJP के पास अब संख्या बल ज्यादा लग रहा है। कांग्रेस के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि एंटी डिफेक्शन लॉ पार्टी विधायकों को सरकार के खिलाफ वोट डालने की अनुमति नहीं देता।

हिमाचल को लेकर कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हो गई है। हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को संकट सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों नेता बुधवार को शिमला पहुंच सकते हैं। सूत्रों की माने तो बागी विधायक चाहते हैं कि सीएम को बदला जाए।इस बीच हिमाचल DGP ने शिमला में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। दूसरे जिलों से रिजर्व बटालियन बुलाई है।

कांग्रेस विधायकों के क्रॉस वोट ने 14 महीने पहले बनी सुक्खू सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। हर्ष महाजन की जीत से भारतीय जनता पार्टी के हौसले बुलंद हो गए हैं। अब जगत प्रकाश नड्डा की जगह हर्ष महाजन राज्यसभा जाएंगे।हैरानी इस बात की है कि सोमवार रात को कांग्रेस के सभी MLA ने विधायक दल मीटिंग में मुख्यमंत्री के साथ डिनर किया। मंगलवार को वोटिंग से पहले विधायकों के साथ ब्रेकफास्ट किया। मगर मुख्यमंत्री सुक्खू स्थिति को नहीं भांप सके, जबकि इसकी स्क्रिप्ट उसी दिन लिख दी गई थी जब BJP ने वीरभद्र के करीबी हर्ष को उम्मीदवार बनाया। मगर सुक्खू आखिरी वक्त तक विधायकों की नाराजगी को नहीं भांप सके और सीएम सुक्खू देर शाम तक जीत का दावा करते रहे। नतीजा यह है कि अब मौजूदा सरकार खतरे में आ गई।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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