ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को बारिश और धूप में ड्यूटी देने में कोई दिक्कत ना आए और ट्रैफिक का सुगम संचालन किया जा सके। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण और ट्रैफिक विभाग ने मिलकर 28 स्थान पर नए ट्रैफिक आईलैंड लगा रहे है. इसके अलावा 36 ट्रैफिक बूथ भी बनाए जा रहे हैं जिनके लिए स्थान का चिन्हीकरण कर लिया गया है. और कई जगहों पर इसे स्थापित भी किया जा चुका है।
नोएडा के अट्टा पीर चौराहे पर लगा हुआ ट्रैफिक आईलैंड और क्लॉक टावर, श्रीनगर के लाल चौक के तर्ज पर बना हुआ है यह बूथ देखने में बेहद ही आकर्षक है। यह बूथ ट्रैफिक कर्मियों को शहर के यातायात को व्यवस्थित रूप से संचालित करने मदद करने के साथ-साथ धूप और बारिश दोनों से बचाएगा, वही इसमें लगी हुई घड़ी रेड लाइट पर करें वाहन चालकों को टाइम भी बताएगी। डीसीपी लखन यादव बताते हैं कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का जॉब क्योंकि हमेशा आउटडोर का ही होता है। रोड पर खड़े होकर तो उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए जो इंतजाम किये जा रहे हैं उसकी कड़ी में एक और पहल ट्रैफिक पुलिस और नोएडा अथॉरिटी ने साथ में की है।
डीसीपी ब्ताते है कि 28 ट्रैफिक आइलैंड और 36 ट्रैफिक बूथको लगाने के लिए जगह का चिन्हीकरण किया गया था, जिसमें ट्रैफिक आइलैंड का काम शुरू हो गया है, जो कई जगह पर लग भी गए हैं। ट्रैफिक आइलैंड एक ऊंची थोड़ा ऊंचा प्लेटफार्म का एक ऐसा स्थान होता है जहाँ पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी खड़े होकर चारों दिशा से डायरेक्शन दिख सकता है। ताकि ट्रैफिक को सुगम तरीके से चलाया जा सके.
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ट्रैफिक बूथ का इंतजाम भी किया जाएगा। जिसका डिजाइन फाइनल हो चुका है और बहुत जल्दी इनको जो हमारे मुख्य मुख्य पॉइंट और जहाँ पर ज्यादा संख्या में ट्रैफिक पुलिसकर्मी काम कर रहे हैं। उन पॉइंट्स पर इनको लगाया जाएगा ताकि वो लीन पीरियड में अपना उसमें बैठकर खुद दूसरे काम भी कर सकें। ट्रैफिक बूथ लगभग 10 फिट बाई आठ फिट का व्हाइट और ब्लू कलर डिजाइन किया गया इसमें अंदर टेबल में कुर्सी के साथ साथ फन, एग्ज़ॉस्ट, फन और जो विंडो है उसकी व्यवस्था के लिए ठीक है।