यूपी के मथुरा में आगामी 27 नवंबर से 6 फरवरी 2024 तक मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर 297 ट्रेनों का आवागमन थम जाएगा इसके पीछे की वजह है यार्ड के री मॉडलिंग का कार्य जो कि 27 नवंबर से शुरू हो जाएगा इस फैसले से लगभग ढाई महीने में 5 हज़ार करोड़ के रेलवे व उद्यमियों को नुकसान होने की आशंका है इसका सबसे ज्यादा प्रभाव होटल संचालकों टैक्सी ड्राइवर व स्टेशन के आसपास ठेले, खोमचे लगाने वाले कामगारों पर पड़ेगा
मथुरा जंक्शन पर यार्ड री-मॉडलिंग का कार्य 27 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। यह कार्य 6 फरवरी 2024 तक चलेगा। इस दौरान मथुरा से गुजरने वाली ट्रेनों का संचालन व्यापक स्तर पर प्रभावित होने जा रहा है। खासकर दक्षिण भारत की ट्रेन मथुरा के बजाए अन्य रास्तों से निकाली जाएंगी। रेलवे प्रबंधन के अनुसार यहां से 297 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। इसमें 234 ट्रेनों को अलग-अलग तिथियों में रद्द किया गया है, जबकि 59 ट्रेनों का मार्ग और चार ट्रेनों का संचालन आंशिक रूप से निरस्त किया गया है।
यह स्थिति मथुरा के पर्यटन उद्योग के लिए बड़ा झटका है। देश भर से लाखों पर्यटक यहां ब्रज दर्शन के लिए आते हैं। रेलवे के रिकाॅर्ड को देखें तो सिर्फ यहां आने वालों की संख्या प्रतिदिन 20 से 25 हजार होती है। त्योहारी सीजन में यह संख्या एक से डेढ़ लाख हो जाती है। नए साल पर 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक का आंकड़ा देखें तो करीब 50 लाख लोग की मौजूदगी ब्रज में नजर आती है। इसमें ट्रेन से आने वालों की संख्या बहुतायत में रहती है।
पर्यटकों का यही आंकड़ा मथुरा के कारोबार को पंख लगा रहा है। पिछले कुछ सालों के दौरान पर्यटन उद्योग यहां आसमान में पहुंचा है, लेकिन अब जंक्शन के री-मॉडलिंग से इसी पर्यटन उद्योग को बड़ा झटका लगने जा रहा है। 72 दिनों तक यहां रेल यातायात प्रभावित रहने से लोगों का आगमन नहीं होगा। इससे होटल-रेस्टोरेंट, पोशाक, प्रसाद आदि कारोबारी शामिल हैं। माना जा रहा है कि सबसे अधिक प्रभाव यहां होटल-रेस्टोरेंट उद्योग पड़ेगा