यूपी के प्रयागराज में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा(सीटीईटी) के दौरान जनपद के दो परीक्षा केंद्रों पर दो सॉल्वर पकड़े गए। सिविल लाइंस व नैनी स्थित दोनाें दूसरे की जगह पर परीक्षा दे रहे थे। बायोमैट्रिक पहचान के मिलान न होने पर उनके फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रविवार को यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके लिए सिविल लाइंस स्थित रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था।
दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक मिलान न होने पर एक परीक्षार्थी से पूछताछ शुरू हुई।यह भी बताया कि रोहित उसका दोस्त है जिससे उसने कोचिंग में दाखिला लेने के लिए रुपये उधार लिए थे। कर्ज चुकाने के लिए ही वह उसके स्थान पर परीक्षा में बैठने को तैयार हो गया।इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र प्रभारी बांकेबिहारी की तहरीर पर केस दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोस्त की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया
नैनी में एफसीआई रोड पर स्थित सेमस्टार ग्लोबल स्कूल परीक्षा केंद्र में भी सॉल्वर पकड़ा गया।पहली पाली की परीक्षा के दौरान जौनपुर के शाहगंज क्षेत्र भुसौढ़ी अरसिया गांव निवासी रणविजय सिंह पुत्र अमरजीत सिंह के स्थान पर आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र दद्दोपुर गांव निवासी विवेक कुमार यादव पुत्र सूर्यनाथ यादव परीक्षा देने पहुंचा था। बायोमेट्रिक उपस्थिति के दौरान उसके डाटा का मिलान न होने पर दिल्ली स्थित मुख्यालय से इस बारे में परीक्षा खत्म होने से 15 मिनट पहले केंद्र प्रबंधन को फोन से जानकारी दी गई तो पुलिस बुलाकर उससे पूछताछ शुरू की गई। तब पूरा मामला सामने आया।
उसके पास से फर्जी आधार कार्ड व वोटर आईडी कार्ड बरामद हुआ है। वह दूसरी पॉली में भी दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाला था। इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि प्रधानाचार्या सिंथिया डिक्रूज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मूल अभ्यर्थी रणविजय उसका मित्र है। दोनों साथ में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं।दोस्त के कहने पर वह परीक्षा देने आया था। पहले तो वह इधर उधर की बातें करता रहा लेकिन सख्ती से पूछताछ में बताया कि वह दूसरे की जगह परीक्षा में बैठा है। बताया कि उसका नाम अभिषेक पटेल निवासी कोरांव है। वह रोहित केशरवानी निवासी शंकरगढ़ की जगह परीक्षा में बैठा था।