उत्तराखंड में ठंड में तापमान गिरने के साथ गुड़ की मांग बढ़ने से गुड़ बनाने वाले कोहलू दिन रात गुड़ तैयार कर ने में जुटे हुए हैं। कोहलू मालिको का कहना है कि गुड़ की मांग उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के राज्यो से आ रही हैं।
कोटद्वार के कालागढ़ क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसानों द्वारा गन्ने की पैदावार की जाती है गन्ने की अधिक पैदावार के चलते इस क्षेत्र में गन्ने से गुड़ बनाने वाले कोल्हू की संख्या भी अधिक है।गन्ने से गुड बनाना कठिन कारीगरी कहा जाता हैं।
एक घंटे में कोल्हू पांच कुंतल गन्ने का रस निकाल देता है। जिस रस से कारीगर बड़ी मेहनत कर गुड बनाते हैं ठंड के बढ़ने व तापमान गिरने के साथ ही गुड़ की मांग कई राज्यों में बढ़ गई है कोल्हू मलिक को कहना है कि गुड़ की सप्लाई पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के साथ क्षेत्रवासियों की भी मनपसंद गुड़ है क्षेत्रवासी गुड को अपने मनपसंद तरीके मूंगफली, तिल, ड्राई फूड, सोंठ अजवाइन आदि तरीकों से गुड को तैयार करते हैं। और गुड़ से घरों में नई नई डिस तैयार करते हैं और ठंड दूर करने व गुड़ खाने का आनंद उठाते हैं ।