Report By-Vinod Tiwari Ayodhya (UP)
यूपी के अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज मंगलवार को महर्षि बाल्मीकि हवाई अड्डा पर पहुंचे उसके बाद हनुमानगढ़ी, श्रीरामलला मंदिर का दर्शन पूजन करने के बाद मंदिर के निर्माण कार्यो का अवलोकन किया तथा ट्रस्ट के पदाधिकारियों से एवं कार्यदायी संस्थाओं से निर्माण कार्यो की नवीनतम प्रगति की जानकारी ली तथा कहा कि जो भी निर्माण कार्य है 15 जनवरी तक पूरे कर लिये जाय जिससे कि श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अन्य तैयारियां की जा सकें।
मुख्यमंत्री ने श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या में कराये जा रहे कार्यो का आयुक्त सभागार में समीक्षा की। मण्डलायुक्त ने बताया कि अयोध्या में श्रीरामलला निर्माण सम्बंधी जो भी कार्य चल रहे है उसको 15 जनवरी तक पूरा किया जाएं । निर्माण कार्य सम्बंधी जो 95 प्रतिशत कार्य हो गये है उनको जल्द से जल्द पूरा करने हेतु शिफ्ट में पूरा करने के निर्देश दिये तथा पूरे कार्यक्रमों को ऐतिहासिक बनाने हेतु सम्बंधित विभागों को पूरी क्षमता के साथ कार्यवाही करने को कहा। टेंट सिटी के कार्यों की समीक्षा में कहा कि इसके लिए प्रयागराज कुम्भ के समय एवं प्रवासी भारतीय सम्मेलन वाराणसी के समय टेंट सिटी बनायी गयी थी वैसे स्तरीय बनायी जाय तथा 22 जनवरी को ऐतिहासिक बनाने के लिए स्कूल, कॉलेज आदि में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने और उस दिन शराब बंदी करने तथा सायं को दीपोत्सव की तरह अपने अपने घरों में श्रीराम ज्योति प्रज्वलित करने के लिए कार्य करने को कहा तथा उस दिन आतिशबाजी भी किया जाय और स्कूल कालेज को भी सजाया जाय। अयोध्या के मुख्य मार्ग धर्मपथ, रामपथ, जन्मभूमि पथ एवं भक्ति पथ आदि को भी सजाने एवं केसरिया रूप में निखारने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। मुख्यमंत्री ने नगर निगम में साफ सफाई व्यवस्था बेहतर करने हेतु तथा आने वाले अतिथियों के सम्मान एवं उनके रहने आदि की व्यवस्था करने हेतु कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाय तथा किसी को हल्के में न लिया जाय। मौसम को देखते हुए अतिथियों के आवागमन की बेहतर व्यवस्था किया जाय। सार्वजनिक सुविधायें शौचालय आदि को बेहतर बनाया जाय जिससे कि बदबू आदि न आ सकें। मानक के अनुसार चिन्हित स्थानों पर साइन बोर्ड भी लगाये जाय और मुख्य रूप से एक अतिथियों के आगमन मार्ग को दीपावली की तरह सजाने तथा उस मार्ग को धूल मुक्त करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। बैठक के दौरान मण्डलायुक्त ने कहा कि हमारे कार्यक्रम में 30 हजार अतिथियों के लिए 60 होटल, 101 धर्मशाला गेस्ट हाउस, 570 होम स्टे/पेइंग गेस्ट तथा हमारे टेंट सिटी आदि में रहने की अच्छी व्यवस्था की जा रही है तथा सत्ताधारी पार्टी द्वारा भी नव्य अयोध्या में 20 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गयी है। सेफ सिटी के लिए 11 खम्भों पर 100 सार्वजनिक प्रणाली लगाने की भी कार्यवाही की जा रही है, पीक अवधि में 4 हजार से ज्यादा सीट्स सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है। पीडब्लूडी द्वारा रोड साइन बोर्ड एवं डायरेक्शन साइन बोर्ड को भी लगाने के लिए तथा सविधान की 9वीं अनुसूची उल्लिखित भाषाओं के लिए भी साइनबोर्ड लगाने का कार्य किया जा रहा है। फूलों के द्वारा हाईवे, रामपथ, भक्ति पथ, रामजन्मभूमि पथ, धर्मपथ, एयरपोर्ट प्रमुख मार्गो एवं मंदिरों को सजाया जायेगा। अयोध्या को सांस्कृतिक अयोध्या, सक्षम अयोध्या, आधुनिक अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, भावात्मक अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या, आयुष्मान अयोध्या बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। कुल इस समय 103 परियोजनायें क्रियात्मक है जो लगभग 22 हजार 107 करोड़ से ज्यादा की है, तथा इस क्रियाशील परियोजनाओं में 30 कार्यकारी विभाग है। इस बैठक में मुख्य सचिव ने सम्बंधित विभाग के अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा, आवास और प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग, सिंचाई आदि विभाग के प्रमुख सचिवों से कहा कि उनके विभाग की जो योजनाएं चल रही है उसको बेहतर ढंग से करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करें।

इस बैठक में कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, मेयर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक रामचन्द्र यादव, वेद प्रकाश गुप्ता, डा0 अमित सिंह चैहान, एमएलसी हरिओम पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह सहित अन्य गणमान्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं गृह संजय प्रसाद के अलावा ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, पर्यटन, परिवहन, आवास के अलावा भारत सरकार के सुरक्षा के डीजी तथा शासन के अनेक विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद रहें। मुख्यमंत्री द्वारा सर्किट हाउस में सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री अयोध्या कैम्पेन के अन्तर्गत सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों से सम्बंधित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर वन्य राज्यमंत्री अरूण सक्सेना उपस्थित थे। सर्किट हाउस में संत महात्माओं से मुलाकात की तथा उनसे इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आहवान किया गया।