यूपी के महोबा जिले मैं सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने और लोक कला को सर्वव्यापी बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 25 दिसंबर से 26 जनवरी तक संस्कृति उत्सव मनाया जा रहा है। महोबा के राजकीय महाविद्यालय के सभागार में गाँवों, पंचायतों, ब्लॉक, तहसील और जिले स्तर के कलाकारो ने संस्कृति उत्सव में प्रतिभाग कर अपनी प्रस्तुति दी। जिन्हें निर्णायक मंडल द्वारा चयनित कर मंडल और प्रदेश स्तर पर भेजा जाएगा। जनपद की लोक कलाओं और कलाकारों को मंच देने के उद्देश्य से शासन द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में एसडीएम जीतेंद्र कुमार मौजूद रहे। इस दौरान प्रतिभागियों ने तबला, हारमोनियम, ढोलक, मजीरा में अपना हुनर दिखाया। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों ने लोक नृत्य, लोक गीत, भजन गीत, गजल आदि प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में बाल कलाकार ने राम भजन गाकर सब को मंत्र मुग्ध कर दिया है। हमारी संस्कृति हमारी पहचान प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने अपना हुनर दिखाया है। जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा क्षेत्र की संस्कृति लोक कलाओं को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण और जिले से प्रतिभाओ को मंच देने का काम किया जा रहा है। उन्होने कहा कि संस्कृति उत्सव के माध्यम से प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को मंडल व राज्य स्तर पर प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा। एसडीएम जीतेंद्र कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभाओं को निखारने के साथ ही भारतीय संस्कृति व सभ्यता का संदेश आम लोगों तक पहुंचाना है। इस दौरान युवाओं ने अपने कार्यक्रम के माध्यम से बुन्देली संस्कृति से जुड़ी विभिन्न विधाओं में शानदार प्रस्तुति करते हुए सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन सुनील नाहर ने किया वहीं निर्णायक मंडल में जग प्रसाद तिवारी, प्रोफेसर उमा शंकर,वीर भूमि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य सुशील बाबू, आल्हा गायक जितेंद्र चौरसिया आदि लोग मौजूद रहे।