Report By-Vibhoo Mishra Ghaziabad (UP)
यूपी के गाजियाबाद में शादियों का सीजन है और बैंक्वेट हॉल पहले ही बुक हो चुके हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन जगहों पर आग बुझाने के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं। जिले में चल रहे 300 बैंक्वेट हॉल और फार्म हाउस में से बमुश्किल 10-12 के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी है। ऐसे में यहां आग लगने पर कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
अग्निशमन विभाग के नियमों के मुताबिक 15 मीटर या इससे अधिक ऊंचे भवनों के लिए ही विभागीय एनओसी की जरूरत होती है और अधिकांश बैंक्वेट हॉल सिर्फ एक या दो मंजिला ही होते हैं।
ऊंचाई कम होने के कारण ये बैंक्वेट हॉल एनओसी के दायरे में नहीं आते, जिस कारण दमकल विभाग की भी इन पर नजर नहीं पड़ती। वेडिंग मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक चावला के मुताबिक जिले में छोटे-बड़े मिलाकर करीब 300 बैंक्वेट हाल और फार्म हाउस हैं। इसके अलावा कई होटलों के लॉन में भी शादी समारोह आयोजित किए जाते हैं। होटलों को छोड़ दें तो बमुश्किल 10-12 बैंक्वेट हॉल के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी है। यानी सिर्फ यहीं पर आग बुझाने और इससे बचने के पर्याप्त इंतजाम हैं।
जिले में इस साल करीब आधा दर्जन स्थानों पर आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले भी पांडव नगर स्थित एक बैंकट हाल और वसुंधरा स्थित होटल एन्ड बैंकट हॉल की ऊपरी नाजिल में उस समय आग लग गयी थी जब वहां एक पार्टी चल रही थी। गनीमत रही कि किसी में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन दमकल विभाग को कहीं भी आग बुझाने के इंतजाम पर्याप्त नहीं मिले। इसकी वजह है कि एनओसी की बाध्यता न होने के कारण यहां फायर एक्सटिंगुइशर दिखावे के लिए लगाए जाते हैं और कर्मचारी भी प्रशिक्षित नहीं होते। ऐसे में आग लगती है तो बड़े हादसे का खतरा हो सकता है।
शादियों के सीजन को देखते हुए अग्निशमन विभाग द्वारा 15 दिवसीय विशेष अभियान चलाया हुआ हैं। अभी तक करीब 80 बैंक्वेट हाल और फार्म हाउस की जांच की जा चुकी है जिनमे 35 फार्म हाउस और बैंकेट हॉल में आह से बचाव के पर्याप्त इंतजाम मिले हैं। बाकियों को नोटिस जारी कर जल्द सभी इंतजाम करने को कहा गया है। साथ ही फायर कर्मियों द्वारा जायजा लेकर बैंकेट हॉल कर्मियों को आग बुझाने के तरीके सिखाए जा रहे हैं। यह जांच कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर की जा रही है। – राहुल पाल सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी