Report By-Ankit Srivastav Basti(UP)
यूपी गाजियाबाद के छोटे से गांव आटोर नगला से आने वाले 18 साल के एक क्रिकेटर का आईपीएल में सिलेक्शन हुआ है। दिल्ली कैपिटल ने इसको 20 लाख रुपए में खरीदा है। इसका बेस प्राइस भी 20 लाख रुपए था। गांव के लड़के के सलेक्शन पर आसपास के इलाके में जबरदस्त खुशी है। फूल माला पहनाकर ढोल नगाड़े और डीजे के साथ उसका स्वागत किया गया।
गाजियाबाद के आटोर नगला गांव से आने वाले स्वास्तिक चिकारा ने बताया कि दिल्ली कैपिटल में उसे 20 लाख रुपए में खरीदा है। 3 अप्रैल 2005 में पैदा हुए स्वास्तिक चिकारा के मुताबिक उसने उस समय हाथ में बैट थाम लिया था। जब बच्चे ठीक से चल भी नहीं पाते हैं। परिवार ने जब उसके टैलेंट को देखा तो परिवार ने भी उसका साथ दिया। स्वास्तिक चिकारा की मेहनत और परिवार के साथ से आज वह आईपीएल का सितारा बन गया।
स्वास्तिक चिकारा ने बताया कि वह ओपनर है। उसने कई ऐसी परियां खेली थी। जिसमें लोगों ने अपनी उंगली दांतों तले दबा ली थी। स्वास्तिक चिकारा के पिता सुरेंद्र सिंह दिल्ली पुलिस में तैनात है। बुधवार को जब स्वास्तिक गांव पहुंचा तो अपने लाडले की इस कामयाबी पर लोग फुले नहीं समाये। फूल माला से उसे लाद दिया गया। ढोल और डीजे के साथ उसे पूरे इलाके में घुमाया है।
स्वास्तिक अभी गौतमबुद्ध नगर के स्कूल से 12वीं का छात्र है। यूपीसीए के 2017-2018 में अंदर 14 में वह खेल चुका है। दमन दीव में हुए अंडर-17 जो 2019-2020 में हुआ था। उसमें बेस्ट बैट्समैन और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। उत्तर प्रदेश में होने वाली विनोद मांकड़ ट्रॉफी, कूच बिहार से लेकर चैलेंजर ट्रॉफी तक में स्वास्तिक अपना जौहर दिखा चुका है। स्वास्तिक की सबसे बड़ी पारी 167 गेंद में 585 रन की थी। जिसमें उसने 55 चौके और 52 छक्के मारे थे। जब वह 12 साल का था। स्वास्तिक के खाते में 25 डबल सेंचुरी और साथ 07 ट्रिपल सेंचुरी है।