यूपी के मऊ में जनपद के केमिस्ट एसोसिएशन एवं स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग, औषधि निरीक्षक एव पीएसआई इंडिया के सहयोग से स्थानीय होटल इंद्रप्रस्थ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। दवा व्यवसाई किस प्रकार सरकार के स्वास्थ्य कार्यक्रम में अपना सहयोग प्रदान कर उसे बढ़ा सकते हैं, इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें जानकारी और प्रशिक्षण दिया गया।
दवा व्यापार वेलफेयर सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी प्रवीण कुमार पांडेय ने बताया कि दवा कारोबारी हमेशा से ही चाहे कोविड-19 या सरकार की अन्य कोई योजनाएं उसमें अपना रोल अदा करते रहें हैं। परिवार नियोजन एवं टीबी मुक्त भारत जैसे कार्यक्रमों में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है।जिला औषधि निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के साधनों का लोग उपयोग तो कर रहे हैं लेकिन इसका डाटा नहीं मिल पा रहा है। अतः स्टॉकिस्ट सही डाटा प्रदान करने में सहयोग करें जिससे कि इस डाटा का उपयोग किया जा सके।
औषधि निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने बताया की कई लोग ड्रगिस्ट से दवाई लेते हैं और साथ ही परिवार नियोजन के साधन भी लेकर इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में केमिस्ट सही साधन लेने के लिए प्रेरित करें तो परिवार नियोजन कार्यक्रम में बेहतर परिणाम मिलेगा। हर माह जनपद की सभी प्रकार के प्रगति डाटा को मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा देखा जाता है।
पीएसआई इंडिया के केवल सिंह सिसोदिया ने कार्यशाला में बताया कि परिवार नियोजन के मुद्दों,परिवार नियोजन के साधनों, समुदाय को गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध कराने के साथ साथ टीबी मुक्त भारत में निजी क्षेत्र की भूमिका के बारे में जागरूक करना है।
उन्होंने एनएफएचएस-5 के अनुसार विभिन्न आंकड़ों की जानकारी दी उन्होंने कहा कि 50% से अधिक लोग निजी क्षेत्रों से परिवार नियोजन के साधनों को लेना पसंद करते हैं। ऐसे में सभी दवा व्यवसाइयों का रोल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवजी राय ने बताया कि केमिस्ट एसोसिएशन पूर्व की भांति इस मिशन में भी सरकार के साथ डाटा उपलब्ध कराने की इस पूरी व्यवस्था में कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा। वही एसीएमओ डॉ वकील अली ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमेशा से निजी क्षेत्रों का सहयोग लेता रहा है। आप सभी सहयोग से ही हर आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाया जा सकता है। इसलिए दवा व्यवसायियों का योगदान बहुत अहम है।
इस कार्यक्रम में, सहायक शोध अधिकारी सुनील सिंह एवं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी यूसुफ शाह, जिला कॉर्डिनेटर देवेन्द्र प्रताप ने भी अपने विचार व्यक्त किये, यूपीटीएसयू के मु.शरीफ, दुर्गा प्रताप सिंह, बबलू कुमार , सौरभ साहनी, शहर के दवा स्टॉकिस्ट एवं डिस्ट्रीब्यूटर मौजूद रहे।