Report By : शारिक खान (UP Kanpur )
आपने कई पौराणिक मंदिरों के बारे में सुना होगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसका निर्माण भूतों ने मात्र एक रात में कर दिया था। इस मंदिर की मान्यता ये है कि यहां माता सीता शिवलिंग पर खुद जल चढ़ाने आती थी।
कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र के हसनपुर इलाके में मौजूद है भगवान शिव का अनोखा भूतेश्वर मंदिर। इस मंदिर के बारे में बताया जाता है की यह हजारों साल पुराना है और इसका निर्माण भूतों ने सिर्फ एक रात में किया था। मंदिर के पुजारी बताते है की जब महाबली हनुमान ने सूर्य भगवान को निगल लिया था तो उस समय 6 माह की एक रात हो गई थी। उसी एक रात में भूत जिनको भगवान शिव का गण कहा जाता है उन्होंने इस मंदिर का निर्माण एक रात में कर दिया था।
मान्यता है की जब भगवान राम ने माता सीता का परित्याग कर दिया था तो वो कानपुर के बिठूर में आकर ऋषि वाल्मीकि के आश्रम में रही थी। यही पर उन्होंने लव कुश को जन्म दिया था। ऐसी मान्यता है की ऋषि वाल्मीकि के कहने पर माता सीता इसी भूतेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने आती थी और उनको भगवान महादेव से पति पुनर्मिलाप का आशीर्वाद मिला था। मंदिर के पुजारी बताते है की यहां पर 2 सुरंग हुआ करती थी जिसके माध्यम से यहां को रानी बिठूर स्नान करने जाती थी।
इस मंदिर में ऐसे अवशेष भी मौजूद है जिनके बारे में कहा जाता है की औरंगजेब ने इस मंदिर को खंडित करने की बहुत कोशिश की थी लेकिन वो सफल नहीं हो पाया।