Report By : Ankit Srivastav (ICN)
Greater Noida : किसानों के अधिग्रहीत जमीन पर बनी उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी का चर्चा पूरे विश्व में है, लेकिन विकास के लिए जमीन देने वाले किसान खुश नहीं है. उनका आरोप है कि सरकार और प्राधिकरण की गलत नीतियों के कारण उन्हें अपना हक पाने के लिए लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है और अपने हक की मांग को लेकर एक बार फिर किसानों के 14 संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा ने ग्रेटर नोएडा के जमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर महापंचायत की और वह अपनी समस्या अधिकारियों के सामने रख समाधान की मांग कर रहे हैं।
दोपहर के 12 बजते सैकड़ो किसान ट्रैक्टर में सवार होकर महापंचायत स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे पुलिस मौके पर तैनात थी और इन किसानों के खान-पान की भी व्यवस्था की गई थी। पंचायत शुरू होते ही विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी ने अपनी समस्या रखी, उनका कहना था कि प्राधिकरण ने अपने वादों को पूरा नहीं किया है किसानों को 64.7 प्रतिशत मुआवजा और 10% प्लॉट नहीं दिए हैं इसके साथ ही 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून भी लागू नहीं किया है।पंचायत में यमुना विकास प्राधिकरण की ओएसडी पहुंचे और किसानों को मनाने के लिए आधे घंटे तक वार्ता की लेकिन वे किसानों की मांग का जवाब नहीं दे सके। इसके बाद किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सीईओ अरुणवीर सिंह से मिलने पहुंच और बैठक अभी जारी है किसानों का कहना है कि बैठक के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. इस बीच किसान नेताओं ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वह इस आंदोलन को जारी रखेंगे।