बताते चले कि काफी समय पहले जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की लखनऊ में मुलाकात हुई थी। जिसमें सात सीटों पर डील की गई। इन 7 सीटों में बागपत, मुजफ्फरनगर, कैराना, मथुरा और हाथरस तो तय हैं लेकिन दो सीटों पर अभी भी नाम को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इस सीट को लेकर दोनों पार्टी के बीच खींचतान
वहीं मुजफ्फरनगर में प्रत्याशी को लेकर सपा और आरएलडी में खींचतान मची हुई है। समाजवादी पार्टी चाहती है की हरेंद्र मलिक को वहां से आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ाया जाए। लेकिन आरएलडी के कई नेता इसके विरोध में हैं और नहीं चाहते की हरेंद्र मलिक को मुजफ्फरनगर की सीट दी जाए।