Report By-Rishabh Singh Kanpur City (UP)
यूपी के कानपुर सिटी ने सिख समाज ने बनाया श्री राम डिब्बा, कोरियर से उत्तरप्रदेश के सभी गुरुद्वारो में बेजा जाएगा।अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होना है जिसको लेकर सिक्ख समाज ने खुशी जाहिर करते हुए एक पहल करी है जहां सिक्खों ने एक राम डब्बा बनाकर सभी को भेंटकर इस एतिहासिक पल को मनाने के लिए कहा है। इस एतिहासिक क्षण को दिवाली के रूप में मनाने के लिए एक डिब्बा भी बनाया गया है जिसमें मोमबत्ती, माचिस, दिया, बाती देकर बजारों बाजारों में जिसमें गुरु नानक मार्केट, गडरियन पुरवा व शास्त्री नगर मार्केट लाल बंगला मार्केट गुमटी नंबर 5 मार्केट, गोविंद नगर मार्केट में डिब्बा बांटा जाएगा और इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सभी गुरुद्वारों में इस डिब्बे को कोरियर के माध्यम से भेजा जाएगा और संदेश दिया जाएगा। कानपुर में सिख वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह छाबड़ा चिक्की ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि सन 1510 और 11 ई में श्री गुरु नानक देव जी ने राम जन्म भूमि के दर्शन किए थे उसके पश्चात्त 1528 ई. में बाबर ने यहां पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था जो सुप्रीम कोर्ट के फैसले में भी दर्शाया गया है, राम मंदिर के लिए प्रथम एफआईआर निहंग सिख फकीर सिंह पर हुई जिसका उल्लेख भी सुप्रीम कोर्ट ने आए राम मंदिर के फैसले में दर्शाया है, उसके बाद सन 2018 में 5 दिशाओं से 5 सिख जिसमें कानपुर से सरदार. गुरविंदर सिंह छाबडा, दिल्ली से सरदार आर पी सिंह, हैदराबाद से वाहेगुरु सिंह, सूरत से सुरेंद्र सिंह, व अमृतसर से जरनैल सिंह ने अयोध्या जाकर वहां के गुरुद्वारों में अरदास की थी कि जल्द से जल्द राम मंदिर बने। आज वह मौका आ गया है जब 22 जनवरी आ रही है और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा जो पूरे सनातन धर्म के मानने वालों के लिए एक सुखद पल होगा। इसी को देखते हुए सिख वेलफेयर सोसाइटी एवं सिख व्यापारी एसोसिएशन द्वारा एक “सरबसांझी यात्रा” का आयोजन दिनांक 14 जनवरी दिन रविवार वाले दिन किया जा रहा है इस यात्रा में सिख समाज व सर्व समाज के लोग गुरुद्वारा पांडू नगर के बाहर से दोपहिया वाहनों से चलने और यात्रा का समापन कानपुर के प्राचीनतम रामलला मंदिर में करेंगे और सिख समाज से यात्रा के माध्यम से आह्वान करेंगे कि सब लोग अपने-अपने घरों में दिवाली मनाई और इस यात्रा के माध्यम से यह भी संकेत संदेश देंगे कि हिंदू सिख भाई साथ-साथ मंदिर के उद्घाटन वाले दिन साथ में दिवाली मनाएंगे।