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UP-सोनभद्र का क्रिकेट खिलाड़ी शिवम का रणजी ट्राफी के लिए हुआ चयन,परिवार व शुभ चिंतकों में खुशी की लहर

यूपी के सोंनभद्र में अति पिछड़े जिले से क्रिकेट के खेल में राष्ट्रीय स्तर पर किसी खिलाड़ी का चयन होना जिले के लिए गर्व की बात है। आपको बता दे कि शिवम त्रिपाठी जिनका चयन रणजी ट्रॉफी 2023 – 24 के लिए किया गया है। वे रेणुकूट सोनभद्र के रहने। देखा जाय तो इस जिले में क्रिकेट खेल के खेल को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर न कोई कोच उपलब्ध है और न ही क्रिकेट खेल से सम्बंधित सुविधाएं जिस तरह से शिवम ने अपनी लगन और मेहनत के बल पर राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड चयन समिति द्वारा चयनित होकर अपनी जगह बनाई है काबिले तारीफ है तेज़ एक्सप्रेस न्यूज़ परिवार की तरफ से शिवम त्रिपाठी को हार्दिक शुभकामनाएं और वे इसी तरह एक दिन पूरे देश के लिए खेले और क्रिकेट में अपने साथ ही साथ परिवार देश और समाज का नाम रौशन करे।

उल्लेखनीय है कि सीनियर मेंस चयन समिति की बैठक में डीडीसीए में रॉबिन सिंह चेयर पर्सन मयंक सिधाना चयनकर्ता सौमिक चटर्जी चयनकर्ता सुरेंद्र खन्ना सीएसी डीडीसीए देवांग गांधी मुख्य कोच राजन मनचंदा संयुक्त सचिव ने भाग लिया। जिसमे 2023- 24 के लिए दिल्ली सीनियर पुरुष वर्ग रणजी ट्रॉफी के लिए चयनकर्ता चुना गया है। वही शिवम त्रिपाठी पिता राजकुमार राम त्रिपाठी का चयन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा किये जाने पर पूरे परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई। बताते चले कि शिवम त्रिपाठी जिनका चयन रणजी ट्रॉफी 2023,24 के लिए किया गया है वह रेणुकूट सोनभद्र के रहने वाले है इनके पिता राजकुमार राम त्रिपाठी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड में कार्यरत रहे। रणजी ट्रॉफी में चयन के लिए शिवम त्रिपाठी ने काफी मेहनत किया इसके पहले जिला स्तर में चयन के साथ ही प्रदेश स्तर में कानपुर क्रिकेट बोर्ड में भी इनका चयन हो चुका है।

इन्होंने क्रिकेट के क्षेत्र में अपने व अपने परिवार के साथ ही साथ अपने इस नगर रेणुकूट का भी नाम रोशन किया है जहां से इन्होंने शुरुआती शिक्षा दीक्षा ग्रहण की है भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में दिल्ली रणजी ट्राफी के लिए चयन होने पर रेणुकूट ही नहीं पूरे सोनभद्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं वही शिवम त्रिपाठी के परिवार के लोग रणजी ट्रॉफी में इनका चयन होने पर काफी खुशियां मना रहे हैं और इनके पिता राजकुमार राम त्रिपाठी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि पिता के नाम के साथ जब बेटे का नाम जुड़ जाता है और किसी क्षेत्र में अपने किए गए कार्यों से उन्नति करते हैं तो पिता का हृदय प्रफुल्लित हो उठता है और परिवार ही नही समाज और देश का नाम रौशन हो उठता है ।

By Ankshree

Ankit Srivastav (Editor in Chief )

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