दरअसल, खोराबार के जंगल बेलवार निवासी जामवंत कुमार 2 फरवरी को अपने एक दोस्त के घर गया था। वहां पर रात में उसे गांव के लोगों ने चोर समझ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर रामनगर कड़जहां पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही विक्रांत आरोपी जामवंत कुमार को चौकी लाया और फिर सुबह गांववालों ने आकर कार्रवाई न करने की सिफारिश करते हुए गलत सूचना देने की बात कही। इस पर पुलिस ने उसे छोड़ने के बदले 10 हजार रुपए की मांग की। रुपए लेने के बाद जामवंत कुमार को छोड़ दिया, लेकिन पुलिस ने बाइक और मोबाइल नहीं लौटाया। आरोप है कि जामवंत के भाई भीम ने पुलिस से मोबाइल और बाइक के लिए संपर्क किया तो सिपाही विक्रात के अलावा सिपाही अभिषेक शुक्ला, अरविंद पांडेय और तत्कालीन चौकी प्रभारी शंभू साहनी ने 10 हजार रुपए की डिमांड की। जामवंत के छोटे भाई भीम ने पूरी बातचीत को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया था और एसएसपी से इसकी शिकायत की थी। शिकायत मिलने के बाद एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने जांच प्रशिक्षण एएसपी आलोक भाटी को सौंपी। जांच में आरोप सही मिले। जिसके बाद एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
UP : गोरखपुर में रिश्वत लेने आरोप में SSP ने किया दरोगा और 3 सिपाहियों को निलंबित

दरअसल, खोराबार के जंगल बेलवार निवासी जामवंत कुमार 2 फरवरी को अपने एक दोस्त के घर गया था। वहां पर रात में उसे गांव के लोगों ने चोर समझ लिया और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर रामनगर कड़जहां पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही विक्रांत आरोपी जामवंत कुमार को चौकी लाया और फिर सुबह गांववालों ने आकर कार्रवाई न करने की सिफारिश करते हुए गलत सूचना देने की बात कही। इस पर पुलिस ने उसे छोड़ने के बदले 10 हजार रुपए की मांग की। रुपए लेने के बाद जामवंत कुमार को छोड़ दिया, लेकिन पुलिस ने बाइक और मोबाइल नहीं लौटाया। आरोप है कि जामवंत के भाई भीम ने पुलिस से मोबाइल और बाइक के लिए संपर्क किया तो सिपाही विक्रात के अलावा सिपाही अभिषेक शुक्ला, अरविंद पांडेय और तत्कालीन चौकी प्रभारी शंभू साहनी ने 10 हजार रुपए की डिमांड की। जामवंत के छोटे भाई भीम ने पूरी बातचीत को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया था और एसएसपी से इसकी शिकायत की थी। शिकायत मिलने के बाद एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने जांच प्रशिक्षण एएसपी आलोक भाटी को सौंपी। जांच में आरोप सही मिले। जिसके बाद एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।