Report By-Atish Trivedi Lakhimpur Kheri (UP)
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में भगवान शिव का अनोखा मंदिर है। यहां मेंढक की पीठ पर भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं। इस मंदिर में भगवान के साथ मेंढक की भी पूजा होती है। लखीमपुर खीरी के ओयल कस्बे में मंडूक तंत्र और श्री यंत्र के आधार पर निर्मित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर अपनी अनूठी और अद्भुत वास्तु संरचना के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। इसे मेंढक मंदिर भी कहा जाता है। मान्यता है कि सूखे और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से प्रजा को बचाने के लिए ओयल स्टेट के शासकों ने इस मंदिर का निर्माण कराया था। यह मंदिर सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
बताया जाता है। कि इस शिव मंदिर की वास्तु परिकल्पना कपिला के एक महान तांत्रिक ने की थी। मुख्य मंदिर विशालकाय मेंढक की पीठ पर बना हुआ है। मेंढक का मुंह उत्तर की ओर है। पिछला हिस्सा दक्षिण की ओर और दो पैर पूर्व दिशा में और दो पैर पश्चिम की दिशा में दिखाई देते हैं। शिवलिंग पर अर्पित किया जाने वाला जल नलिकाओं के जरिए मेंढक के मुंह से निकलता है।