यूपी के मुजफ्फरनगर में एक बड़ा व दुखभरा हादसा हुआ है गैस हीटर जलाकर रात में सोए परिवार के साथ हादसा हो गया। कमरे में सो रहे परिवार के 4 सदस्य सुबह बेहोश मिले। जिन्हें आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने ढाई साल के बच्चे अमन को मृत घोषित कर दिया।
जबकि परिवार के 3 सदस्यों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें एक बच्ची की हालत गंभीर है। जबकि माता-पिता होश में हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अगले 24 घंटे उनके लिए बहुत अहम हैं। मामला नगर कोतवाली अंतर्गत सुजडू स्थित निधि कालोनी का है।
पुलिस के अनुसार, निधि कालोनी निवासी वसीम शनिवार ई रिक्शा चलाकर परिवार पालता है। परिवार में पत्नी अफसाना (30), बेटी इल्मा (5) और ढाई वर्षीय बेटा चांद उर्फ अमन के अलावा वसीम की 75 साल की मां शकीला हैं।
बुजुर्ग महिला शकीला ने बताया कि बीते दिन बेटा रिक्शा चलाकर आया था। रात करीब 10 बजे सभी ने साथ में खापा खाया। उसके बाद मैं अपने कमरे में सोने चली गई, जबकि बेटा बहू और पोती व पोता अपने कमरे में सोने चले गए। रात को बेटे ने ठंड ज्यादा होने के कारण एलपीजी सिलेंडर पर लगा हीटर जला लिया। सुबह जब वे लोग नहीं उठे तो मैं उनके कमरे में गई, जहां चारों लोग बेहोश मिले।
शकीला ने बताया मैंने शोर मचाकर पास पड़ोस के लोगों को बुलाया। सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मेरे ढाई साल के पोते चांद उर्फ अमन को मृत घोषित कर दिया। बाकी सदस्यों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां बहू और बेटे को तो होश आ गया है। जबकि 5 साल की पोती को अभी भी होश नहीं आया है। अगर मैं बेटे के कमरे में सोती तो शायद आज जिंदा न होती।
जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि गैस हीटर जालाने के कारण कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो गई। कमरा चारों तरफ से बंद था, उसमें बाहर की हवा नहीं आ रही थी। जिसके चलते ढाई साल के बच्चे की दम घुटने से मौत हुई है। जबकि 5 साल की बच्ची की हालत गंभीर है। पति और पत्नी को होश आ गया है लेकिन 24 घंटे उनके लिए भी अहम हैं।
प्रभारी निरीक्षक शहर कोतवाली महावीर सिंह चौहान का कहना है कि पुलिस इस मामले की तहकीकात में जुटी है। लोगों को गैस हीटर, ब्लोअर या अंगीठी जलाकर नहीं सोना चाहिये। इससे हादसे का खतरा बना रहता है।