Report By-Vidya Prakash Bharti Mirzapur(UP)
यूपी के मिर्ज़ापुर में केंद्रीय मंत्री व मिर्ज़ापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने मिर्ज़ापुर जनपद के पटेहरा ब्लॉक के परसिया गांव में पूर्वांचल के पहले ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन का किया उद्घाटन.ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर से किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा. किसान अपने फसल का निगरानी और दवा की छिड़काव कर सकेंगे. इसके साथ ही रोजगार को बढ़ावा मिलेगा.
मिर्ज़ापुर विकास खंड के परसिया में जिले की सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने पूर्वांचल का पहला ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन का उद्घाटन मंगलवार को फीता काटकर किया है.जनपद के अति पिछड़े क्षेत्र में ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन का उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय मंत्री ने ड्रोन ट्रेनर शिव प्रसाद यादव के सुझाए नियम में ड्रोन चला कर जानकारी ली. ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने मंच से संबोधित करते हुए बताया कि देश के प्रधानमंत्री का सपना साकार होता दिखने लगा है ड्रोन से अब तक सैन्य अभियान में सहयोग लिया जाता था लेकिन अब किसानों की उपज बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा. केमिकल मिकल से लेकर किसी भी प्रकार के छिड़काव,फसल की निगरानी कर सुरक्षा करने में ड्रोन बहुत ही लाभदायक होगा.
ड्रोन रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन से ट्रेनिंग सेंटर से किसानों को कम समय के साथ खर्चे में भी कमी लाने में ड्रोन सहायक होगा.ड्रोन के सहयोग से कृषि क्षेत्र में क्रांति आ जा सकती है. केंद्र सरकार ने फैसला लिया है ड्रोन खरीदने व ड्रोन चलाने में सरकार मदद देगी.आगे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ट्रेनिग देकर ड्रोन चलवाया जाएगा.उन्हें लखपति दीदी बनाने में ड्रोन सहायक सिद्ध होगा. बाढ़ और अन्य वजहों से जहा आने जाने का रास्ता कठिन होगा वहा ड्रोन के माध्यम से दवा,खाना,पानी की व्यवस्था आसानी से अब ड्रोन के मदद से किया जा सकता हैं. ड्रोन पायलट ट्रेनिंग में महिलाओं को बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए राज्यमंत्री ने अपील की है.पत्रकारों से बात करते कहा जिला ही नहीं पूर्वांचल का पहला ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र परसिया में खोलने के लिए सरकार ने लाइसेंस जारी किया है. केवल पांच दिन में ड्रोन की सफलतम ट्रेनिंग कर लोग उद्यम अपना सकते है.ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर प्रशिक्षण लेने के बाद वह कहीं भी अपना ड्रोन के माध्यम से रोजगार कर सकते हैं क्योंकि बिना प्रशिक्षण और लाइसेंस का ड्रोन चलाना गैरकानूनी होगा. साथ ही कहा कि अभी तो अलग-अलग जगह ड्रोन का प्रयोग किया जाता था मगर अब किसान ड्रोन के माध्यम से अपने फसल की निगरानी कर सकेंगे साथ ही आसानी से छिड़काव भी कर पाएंगे.