Report By-Anil Kumar,Ghazipur (UP)
यूपी के गाज़ीपुर में गांव पहुंचने पर मिशन चंद्रयान-3 में शामिल वैज्ञानिक दंपति का ग्रामीणों ने ज़ोरदार स्वागत किया।सम्मान समारोह में बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त भी रहे शामिल
वैज्ञानिक अरविंद सिंह मिशन आदित्य में भी कर रहे हैं काम
मिशन चंद्रयान 3 जो देश के लिए एक ऐतिहासिक कदम रहा जिसे इसरो के वैज्ञानिकों ने मुमकिन कर दिखाया उन्ही वैज्ञानिकों में एक वैज्ञानिक दंपत्ति जो गाजीपुर का रहने वाला है और इस दंपति ने मिशन चंद्रयान-3 के दौरान मौसम को अनुकूल तापमान को बनाए रखने का काम करता रहा जिसकी बदौलत भारत ने मिशन चंद्रयान 3 को फतह कर लिया वह वैज्ञानिक दंपत्ति इस कामयाबी के बाद पहली बार अपने गृह जनपद पहुंचा जहां पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त रहे।
गाजीपुर की धरती सिर्फ वीर सपूतों के की वजह से ही नहीं जाना जाता बल्कि हर क्षेत्र में गाजीपुर ने अपना लोहा बनवाया है और ऐसा ही लोहा मिशन चंद्रयान-3 के दौरान गाजीपुर के पतार गांव के रहने वाले वैज्ञानिक दंपत्ति अरविंद सिंह और पद्मजा सिंह ने मनवाया। अरविंद सिंह और पद्मजा सिंह मिशन चंद्रयान 3 के दौरान जब चंद्रयान साउथ पोल पर लैंड किया उस वक्त उनका काम चंद्रयान में मौसम के अनुकूल तापमान को बनाए रखना था जिसे उन्होंने बखूबी अंजाम दिया ऐसे वैज्ञानिक दंपत्ति इस मिशन के बाद पहली बार अपने गृह जनपद पहुंचे जहां पर गांव वालों के द्वारा उनका सम्मान समारोह के कार्यक्रम आयोजन किया गया और इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त रहे जिन्होंने वैज्ञानिक दंपति को सम्मानित करने का काम किया।
वैज्ञानिक अरविंद सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने मिशन चंद्रयान-1 चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 की पूरी टीम के साथ मिलकर काम किया है और मौजूदा समय में मिशन आदित्य में भी वह शामिल है और उन्हें उम्मीद है कि मिशन आदित्य भी सफल होगा वही पद्मजा सिंह ने बताया कि वह रहने वाली साउथ इंडिया की है लेकिन वह इस गांव की बहू है उन्होंने बताया कि मिशन चंद्रयान 3 के समय उनका मुख्य काम मौसम के अनुकूल तापमान को बनाए रखना था जिसके वजह से मिशन चंद्रयान-3 पूरी तरह से कामयाब हो पाया।