कौशल विकास और पुनर्वास पर जोर
मंत्री ने कारागार के कौशल विकास केंद्र का निरीक्षण किया, जहां बंदियों को सिलाई, हेयर कटिंग, कंप्यूटर प्रशिक्षण, संगीत, नृत्य और अन्य रचनात्मक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एम एंटरप्राइजेज, एचसीएल, इंडिया विजन फाउंडेशन और प्रोमेथियस स्कूल जैसी संस्थाओं का सहयोग इस दिशा में उल्लेखनीय रहा। मधुमक्खी पालन, एलईडी झालर-झूमर निर्माण, मूर्तिकला और जैविक खाद उत्पादन जैसी गतिविधियों ने विशेष ध्यान खींचा, जो बंदियों के पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।